कई इलाकों में बारिश के कारण भूस्खलन
रविवार को यूनेस्को की विश्व धरोहर शिमला-कालका रेल लाइन पर भारी बारिश के कारण रेल सेवाएं स्थगित कर दी गईं. अधिकारियों ने बताया कि रात भर हुई बारिश के दौरान पटरियों पर पत्थर और पेड़ गिर गए. सोलन के बरोटीवाला औद्योगिक क्षेत्र में एक पुल भी बह गया. शिमला और चंडीगढ़ को जोड़ने वाले शिमला-कालका राष्ट्रीय राजमार्ग पर कोटी के पास भूस्खलन से सड़क के कुछ हिस्से क्षतिग्रस्त हो गए, जिसके परिणामस्वरूप घंटों तक दो से तीन किलोमीटर लंबा जाम लगा रहा. भारी बारिश के कारण मंडी की जूनी खड्ड और ब्यास नदी में जलस्तर बढ़ गया है. स्थानीय मौसम विभाग ने सोमवार तक 10 जिलों बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन, सिरमौर और ऊना के कुछ हिस्सों में आकस्मिक बाढ़ आने की चेतावनी दी है.
पूरे देश में पहुंचा मानसून
आईएमडी के मुताबिक देश के कई हिस्सों में मानसून की दस्तक हो गई है. आईएमडी के मुताबिक दिल्ली में मानसून अपनी सामान्य तिथि 27 जून के दो दिन बाद पहुंचा. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा ‘‘मानसून 29 जून को राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हरियाणा के शेष हिस्सों और पूरी दिल्ली में पहुंच गया.’’ मौसम विभाग के मुताबिक चंडीगढ़ समेत फिरोजपुर, मोहाली, लुधियाना, पटियाला, पठानकोट और रूपनगर में जोरदार बारिश हुई. आईएमडी ने पूर्वानुमान जाहिर किया है कि अगले सात दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम, मध्य, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश जारी रहने की संभावना है.
झारखंड में भारी से बहुत भारी बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक झारखंड के कई जिलों में एक जुलाई तक बहुत भारी बारिश हो सकती है. राजधानी रांची में रविवार सुबह से ही बारिश जारी रही. भारी बारिश की संभावना को देखते हुए प्रदेश के सीएम हेमंत सोरेन ने आपदा प्रबंधन विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारियों को अलर्ट रहने को कहा है. झारखंड में एक जून से 28 जून तक 80 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई है. झारखंड के अलावा ओडिशा में भी झमाझम बारिश हो रही है. प्रदेश के बुधबलंग, सुवर्णरेखा, जलाका और सोनो समेत कई नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है और आज यानी सोमवार तक बाढ़ का खतरा है. राज्य सरकार ने बालेश्वर जिला प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा है.