पायलट ने कहा कि जाति, बिरादरी, धर्म, भाषा, प्रांत के नाम पर हो रही राजनीति के जहर को केवल दो कौमें ही तोड़ सकती हैं, एक है जवानी और दूसरी है किसानी. यहां जारी बयान के अनुसार पायलट ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था, लेकिन केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार ने तीन काले कृषि कानून बनाकर किसानों की कमर तोड़ने का काम किया पर किसानों ने आंदोलन कर सरकार को झुका दिया.
भर्ती परीक्षाओं के मुद्दे पर पायलट ने कहा कि जब परीक्षाओं का पर्चा लीक होता है, परीक्षा रद्द होती है तो मन में एक पीड़ा होती है, क्योंकि हमारे किसान भाइयों के बच्चे, नौजवान वर्षों तक इंतजार करते हैं. पायलट ने कहा कि नौजवानों में विश्वास पैदा करने के लिए सरकार को छोटे-मोटे लोगों को छोड़कर बड़े और जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई करनी चाहिए.
किसान सम्मेलन में राज्य सरकार में मंत्री हेमाराम चौधरी, परबतसर से विधायक रामनिवास गावड़िया, दांतारामगढ़ विधायक वीरेन्द्र सिंह चौधरी, लाडनूं विधायक मुकेश भाकर भी मौजूद थे. इससे पहले जयपुर से परबतसर जाते समय बगरू, पडासोली व दूदू में अनेक जगह कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया. उल्लेखनीय है कि पायलट का अगले दो दिन बीकानेर व हनुमानगढ़ सहित कई जगह किसान सम्मेलन करने व आम लोगों से मिलने का कार्यक्रम है.