‘जनसंख्या घटने से समाज खुद बर्बाद हो जाएगा’- मोहन भागवत की चेतावनी
RSS Chief Mohan Bhagwat: भागवत ने बताया कि विज्ञान इस बात की पुष्टि करता है कि जनसंख्या वृद्धि दर 2.1 से कम होने पर समाजों का अस्तित्व खतरे में पड़ जाता है.
By Aman Kumar Pandey | December 1, 2024 2:41 PM
RSS Chief Mohan Bhagwat: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने नागपुर में आयोजित कथाले कुल सम्मेलन में भारत की जनसंख्या से जुड़ी चुनौतियों और महत्व पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि जनसंख्या वृद्धि दर का स्थिर रहना समाज की स्थिरता और प्रगति के लिए आवश्यक है. भागवत ने चेतावनी दी कि यदि जनसंख्या वृद्धि दर 2.1 से नीचे गिरती है, तो वह समाज अपने आप कमजोर होकर समाप्त हो सकता है और इसके लिए किसी बाहरी हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं होती.
भागवत ने बताया कि विज्ञान इस बात की पुष्टि करता है कि 2.1 की वृद्धि दर से कम होने पर समाजों का अस्तित्व खतरे में पड़ जाता है. उन्होंने इसे ऐतिहासिक उदाहरणों से जोड़ते हुए कहा कि कई भाषाएं और संस्कृतियां इसी कारण से विलुप्त हो चुकी हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत ने 2000 के आसपास अपनी जनसंख्या नीति तैयार की थी, जिसमें 2.1 की वृद्धि दर बनाए रखने का लक्ष्य रखा गया था.
Nagpur, Maharashtra | RSS chief Mohan Bhagwat says, "The decline in population is a matter of concern. Modern population science says that when the population (fertility rate) of a society goes below 2.1, that society vanishes from the earth. That society gets destroyed even when… pic.twitter.com/05fuy2dVKs
संघ प्रमुख ने कहा कि देश में बच्चों के जन्म की दर को कम नहीं किया जा सकता और इसे कम से कम 2 या 3 बच्चों के स्तर पर बनाए रखना चाहिए. उन्होंने जनसंख्या नीति को जागरूकता का जरिया बताते हुए कहा कि यह संतुलित विकास और भविष्य के लिए संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने का मार्ग है. भागवत ने इस बात पर भी जोर दिया कि जनसंख्या में गिरावट केवल आर्थिक ही नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक नुकसान का कारण भी बन सकती है. उन्होंने इसे देश की स्थिरता और प्रगति के लिए एक अहम मुद्दा बताया.