सलमान खुर्शीद की किताब का जिक्र करते हुए वरिष्ठ कांग्रेसी नेता गुलाम नबी आजाद ने ट्वीट किया, ‘हम भले ही हिंदुत्व को हिंदू धर्म की मिली-जुली संस्कृति से अलग एक राजनीतिक विचारधारा मानकर इससे असहमति जताएं, लेकिन हिंदुत्व की तुलना आईएसआईएस और जिहादी इस्लाम से करना तथ्यात्मक रूप से गलत और अतिशयोक्ति है.’
गुलाम नबी आजाद के इस ट्वीट के बाद सलमान खुर्शीद ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, ‘ये उन्हें बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया लग सकता है, लेकिन यह मुझे बिल्कुल भी ऐसा नहीं लगता’ उन्होंने कहा कि मैं उनसे (आजाद) से किसी भी बहस में नहीं पड़ना चाहता है. इसका कारण यह है कि मुझे यह लगता है कि उन्होंने यह सब एक आकस्मिक क्षण में कहा होगा और इस पर कोई गंभीर विचार नहीं किया होगा. अगर उन्होंने ऐसा कहा है, तो हम उनकी बात का सम्मान करते हैं. वे एक वरिष्ठ नेता हैं और इससे मेरी सोच नहीं बदलेगी.
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किताब की सफाई में सलमान खुर्शीद ने कहा कि मैंने इन लोगों (हिंदुत्व की विचारधार वाले) को आतंकवादी नहीं बता रहा. मैंने सिर्फ यह कहा है कि वे धर्म का रूप बिगाड़ने में काफी हद तक एक जैसे हैं. जो हिंदुत्व ने किया है, उसने सनातन धर्म को दरकिनार कर दिया और हिंदुवाद और हिंदुत्व ने बोको हरम और आईएस जैसी मजबूत और आक्रामक स्थिति बना ली है.