Sadhu Vijay Das Died: भरतपुर की पहाड़ियों में खनन के खिलाफ आत्मदाह करने वाले साधु विजय दास की मौत मामले पर राजस्थान में सियासत गरमाने लगी है. राजस्थान में विपक्षी दल भाजपा ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए राज्य की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है. भाजपा ने साधु विजय दास की मौत के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार बताया है. इसके साथ ही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी की एक जांच समिति गठित की है, जो मौके पर जाकर इसकी छानबीन करके उन्हें रिपोर्ट सौंपेगी.
दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में चल रहा था इलाज
उल्लेखनीय है कि साधु विजय दास की शुक्रवार देर रात नयी दिल्ली के अस्पताल में मौत हो गई. डीग क्षेत्र में खनन गतिविधियों को बंद करने की मांग को लेकर जारी साधु-संतों के आंदोलन के बीच साधु विजय दास ने बुधवार को आत्मदाह का प्रयास किया था और दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. दिल्ली में मौजूद पहाड़ी भरतपुर के उपखंड अधिकारी संजय गोयल ने साधु विजय दास के निधन की पुष्टि की.
संत की मौत के लिए राज्य सरकर जिम्मेदार: वसुंधरा राजे
मामले की हाई लेवल जांच की मांग करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि अगर अधिकारी और सत्ता से जुड़े राजनेताओं ने समय रहते संतों की बात सुनी होती तो एक साधु की जान नहीं जाती. वसुंधरा राजे ने कहा कि घटना के बाद मुख्यमंत्री असहाय हो कर स्वयं स्वीकार कर रहे हैं कि प्रदेश में अवैध खनन नहीं रुक रहा. इससे स्पष्ट है कि संत की मौत का जिम्मेदार अगर कोई है तो वह राज्य सरकार है.
खनन माफिया की गिरफ्त में कांग्रेस की सरकार: सतीश पूनियां
वहीं, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने भी आरोप लगाते हुए कहा कि साधु विजय दास की मौत का अगर कोई जिम्मेदार है तो वह खनन माफिया को संरक्षण देने वाली राजस्थान की कांग्रेस सरकार है. सतीश पुनियां ने आरोप लगाया कि राज्य की सरकार खनन माफिया की गिरफ्त में है और राज्य के मुख्यमंत्री, गृहमंत्री के रूप में अपनी जिम्मेदारी से बच रहे हैं.
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने संत के निधन पर जताया शोक
वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत जगत प्रकाश नड्डा ने संत विजय दास के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने घटना की जांच के लिए 4 सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है. यह समिति घटनास्थल का दौरा कर जानकारी एकत्रित करेगी और शीघ्र ही रिपोर्ट नड्डा को सौंपेगी. पार्टी प्रवक्ता ने बताया कि समिति में पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री व प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, सांसद स्वामी सुमेधानंद सरस्वती, पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद सत्यपाल सिंह, उत्तर प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक एवं सांसद बृजलाल यादव को शामिल किया गया है.
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