एनबीटी के अनुसार पुलिस को शक है कि मौलाना दिल्ली के जाकिर नगर इलाके में रहता है, इसके अलावा दिल्ली यूपी हरियाणा बॉडर के इर्द-गिर्द डेरा डाले रहता है. पुलिस इसी अनुसार कार्रवाई कर रही है.
इससे पहले, दिल्ली पुलिस को सुराग मिली थी कि मौलाना साद यूपी के शामली स्थित अपने फॉर्म हाउस में छुपा है, जिसके बाद पुलिस की छह टीम पहुंच कर वहां छापेमारी शुरू की. यह छापेमारी तकरीबन दो घंटे तक चला. हालांकि पुलिस को इस दौरान मौलाना साद नहीं मिले.
मौलाना साद के फॉर्म हाउस पहुंचकर क्राइम ब्रांच की टीम ने वहां उपस्थित माली और दो नौकरों से पूछताछ की. लेकिन फरार मौलाना साद के बारे में पुलिस को कोई सुराग नहीं लग सका. हालांकि पुलिस ने छापे के दौरान कई सबूत जुटाये, जिससे माना जा रहा है कि मौलाना साद जल्द ही पुलिस के हत्थे चढ़ सकते हैं.
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हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस की नजर मौलाना साद के बैंक अकाउंट, मोबाइल फोन और सिस्टम पर है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक इसमें कई अहम सबूत हो सकते हैं. पुलिस की कोशिश है कि इन चीजों को पहले बरामद करें.
मौलाना साद ने एक कथित ऑडियो जारी कर खुद को दिल्ली में ही बताया था. साद ने अपने ऑडियो में कहा था कि वे कोरोनावायरस की जांच करा चुके हैं. अब तक उनका स्वास्थ्य ठीक है. वहीं उनके वकील ने बताया कि साद की मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद वे अधिकारियों से मिलेंगे.
बता दें कि मार्च के दूसरे हफ्ते दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात से जुड़े कार्यक्रम हुआ था, जिसमें तकरीबन 5000 से अधिक लोग शामिल हुए थे. इस कार्यक्रम के बाद देश के कई जगहों पर कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हुई.