दुनिया भर के कई देशों ने बचाव और बचाव के प्रयासों में दोनों देशों की मदद की है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट किया, “भारत इस चुनौतीपूर्ण क्षण में अपनी एकजुटता व्यक्त करता है.” एक अन्य ट्वीट में, एस जयशंकर ने कहा कि उन्होंने एकजुटता व्यक्त करने और भारत के समर्थन को व्यक्त करने के लिए अपने सीरियाई समकक्ष फैसल मेकदाद से संपर्क किया.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया, “#IAF के दो C-17 ग्लोबमास्टर III भारी लिफ्ट विमान @NDRFHQ टीमों और #HADR उपकरणों को लेकर भारत से तुर्की के लिए रवाना हो गए हैं. भारत इस कठिन समय में तुर्की के लोगों के साथ एकजुटता के साथ खड़ा है.”
तुर्की में बचावकर्मी हज़ारों इमारतों के मलबे में दबे लोगों को बचाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. खोज और बचाव कर्मियों के एक समूह, विशेष रूप से प्रशिक्षित डॉग स्क्वॉड, ड्रिलिंग मशीन, राहत सामग्री, दवाओं को लेकर भारतीय वायु सेना का पहला सी-17 परिवहन विमान सुबह भूकंप प्रभावित देश अदाना में उतरा. इसी तरह की खेप के साथ एक दूसरा IAF विमान दोपहर के आसपास तुर्की भेजा गया.
जयशंकर ने ट्विटर पर कहा, “50 से अधिक @NDRFHQ खोज और बचाव कर्मियों, विशेष रूप से प्रशिक्षित डॉग स्क्वॉड, ड्रिलिंग मशीन, राहत सामग्री, दवाओं और अन्य आवश्यक उपयोगिताओं और उपकरणों के साथ पहली भारतीय C17 उड़ान अदाना, तुर्की पहुंचती है.”