10 करोड़ परिवारों को मिलेगा लाभ
इस कदम से लगभग 10 करोड़ परिवारों को लाभ होने की उम्मीद है. इसपर 12,000 करोड़ रुपये का खर्च आएगा.आम चुनावों से पहले यह कदम उठाया गया है. लोकसभा चुनाव अप्रैल-मई में होने वाले हैं. सरकार ने ग्रामीण और वंचित गरीब परिवारों को खाना पकाने का स्वच्छ ईंधन तरलीकृत पेट्रोलियम गैस (एलपीजी) उपलब्ध कराने के लिए गरीब घरों की वयस्क महिलाओं को बिना किसी जमा के एलपीजी कनेक्शन प्रदान करने के लिए मई, 2016 में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई) शुरू की थी.
300 रुपये की मिलेगी सब्सिडी
लाभार्थियों को गैस कनेक्शन मुफ्त उपलब्ध कराये गये लेकिन उन्हें एलपीजी सिलेंडर बाजार मूल्य पर भरवाने की जरूरत पड़ती है. सरकार ने ईंधन के दाम बढ़ने पर मई, 2022 में उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को 200 रुपये प्रति सिलेंडर सब्सिडी प्रदान की. अक्टूबर, 2023 में इसे बढ़ाकर 300 रुपये कर दिया गया.
बैंक खाते में आती है सब्सिडी की रकम
सरकार ने मध्य प्रदेश और राजस्थान सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों से पहले पिछले साल अगस्त के अंत में रसोई गैस की कीमतों में 200 रुपये प्रति सिलेंडर की कटौती की थी. इसके बाद एलपीजी सिलेंडर की कीमत 903 रुपये पर आ गयी. उज्ज्वला लाभार्थियों के लिए, 300 रुपये प्रति सिलेंडर सब्सिडी के साथ इसका मूल्य 603 रुपये बैठता है. सब्सिडी का भुगतान सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में किया जाता है
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