US Strikes Iran Nuclear Sites : ईरान या अमेरिका! ईरान पर हमले के बाद भारत के लोग किसके साथ

US Strikes Iran Nuclear Sites : ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन ने फोर्दो, इस्फहान और नतांज परमाणु केंद्रों पर हुए हमलों की पुष्टि की है. संगठन ने कहा कि दुश्मनों की साजिशों के बावजूद वह अपने वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों के प्रयासों से फिर से खड़ा होगा और आगे बढ़ेगा. अमेरिका के इस हमले के बाद भारत के नेताओं ने क्या कहा? जानें

By Amitabh Kumar | June 22, 2025 11:05 AM
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US Strikes Iran Nuclear Sites : ईरान के परमाणु कार्यक्रम को रोकने के प्रयास में अमेरिका ने इजराइल का साथ देते हुए रविवार तड़के ईरान के तीन परमाणु केंद्रों पर हवाई हमले किए. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इन हमलों की पुष्टि करते हुए कहा कि ईरान के परमाणु केंद्र पूरी तरह से नष्ट कर दिए गए हैं. ट्रंप ने ईरान को चेतावनी दी कि अगर उसने कोई जवाबी कार्रवाई की, तो अमेरिका उसकी अन्य ठिकानों पर और भी गंभीर हमले कर सकता है. अमेरिकी हमले के बाद भारत के नेताओं का रिएक्शन सामने आ रहा है. जानें किसने क्या कहा?

हम इस हमले की स्पष्ट रूप से निंदा करते : एमए बेबी

ईरान के तीन परमाणु प्रतिष्ठानों पर अमेरिका द्वारा किए गए हमले पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी का मानना ​​है कि युद्ध किसी मुद्दे के समाधान का रास्ता नहीं है. बातचीत और कूटनीति ही वह माध्यम है जिसका इस्तेमाल किसी भी मुद्दे को सुलझाने के लिए किया जाना चाहिए.” वहीं, सीपीआई(एम) के महासचिव एमए बेबी ने कहा, “हम इस हमले की स्पष्ट रूप से निंदा करते हैं. हम, सीपीआईएम और अन्य वामपंथी दल, लोगों से आह्वान करते हैं कि वे युद्ध की इस घोषणा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में उतरें. हम चाहते हैं कि भारत सरकार अमेरिका और इजराइल द्वारा ईरान पर किए गए हमले के खिलाफ़ कड़ा रुख अपनाए.”

पूरे विश्व और विशेष रूप से भारत पर प्रभाव पड़ेगा : पूर्व राजनयिक महेश सचदेव

अमेरिका द्वारा ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर हमला करने के बाद, पूर्व राजनयिक महेश सचदेव ने कहा, “… बहुत कुछ इस बात पर निर्भर करेगा कि ईरान इस तरह की कार्रवाई के लिए अपनी धमकी के अनुसार जवाबी कार्रवाई करने का फैसला करता है या नहीं. जैसा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है, यह जानने के लिए थोड़े लंबे समय तक मूल्यांकन की आवश्यकता होगी कि क्या तीनों साइट पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं. अगर इसकी पुष्टि नहीं होती है, तो इसमें आगे भी अमेरिकी कार्रवाई शामिल हो सकती है, या ईरान अपने परमाणु विकल्प का प्रयोग करने के लिए खुद को प्रतिबद्ध कर सकता है. किसी भी तरह से, इसका पूरे विश्व और विशेष रूप से भारत पर प्रभाव पड़ेगा क्योंकि तेल निर्भरता, भारतीय प्रवासियों की उपस्थिति और प्रेषण, व्यापार, साथ ही निवेश के कारण मध्य पूर्व में स्थिरता और शांति में भारत की अच्छी-खासी हिस्सेदारी है.”

विदेशी मामलों के विशेषज्ञ रोबिंदर सचदेव ने कहा कि अमेरिका ने ईरान के 3 परमाणु प्रतिष्ठानों पर हमला किया . डोनाल्ड ट्रंप को यह कहने में सही लग रहा होगा कि आज रात का हमला अमेरिकी सशस्त्र बलों द्वारा एक शानदार हमला था, लेकिन उनका यह कहना गलत है कि इस हमले ने ईरान के पूरे परमाणु कार्यक्रम को खत्म कर दिया है. ऐसा नहीं है.”

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