Video: केरल में हेडगेवार के नाम पर भारी बवाल, पलक्कड़ नगर निगम में BJP, LDF और UDF पार्षद आपस में भिड़े

Kerala Palakkad Municipal Corporation: केरल के पलक्कड़ नगरपालिका रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) संस्थापक के बी हेडगेवार के नाम पर BJP, LDF और UDF के पार्षद आपस में भिड़ गए. जमकर हाथापाई हुई. दरअसल बीजेपी शासित पलक्कड़ नगरपालिका द्वारा दिव्यांग व्यक्तियों के लिए एक कौशल विकास केंद्र का नाम हेडगेवार के नाम पर रखने के निर्णय लिया गया. लेकिन इसको लेकर विवाद बढ़ गया. यूडीएफ और एलडीएफ पार्षदों ने इस कदम के खिलाफ जमकर नारे लगाने लगे.

By ArbindKumar Mishra | April 29, 2025 4:28 PM
an image

Kerala Palakkad Municipal Corporation: केरल के पलक्कड़ नगरपालिका में झड़प का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें बीजेपी, एलडीएफ (लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट) और यूडीएफ (यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट) के पार्षदों के बीच झड़प की घटनाएं नजर आ रही हैं. वीडियो में दिख रहा है कि हॉल में मौजूद पुलिसकर्मी दोनों समूहों को अलग करने और उन्हें बाहर ले जाने की कोशिश करते दिख रहे हैं.

एलडीएफ और यूडीएफ पार्षदों ने तख्तियां लेकर विरोध प्रदर्शन किया

एलडीएफ और यूडीएफ पार्षद हाथों में तख्तियां लेकर विरोध प्रदर्शन किया. उनके तख्तियों पर अंग्रेजी में लिखा था, “हू इज दिस हेडगेवार”. पार्षदों ने मलयालम में लिखी तख्तियां भी ली हुई थीं जिसमें भाजपा से उसके इस कदम के लिए माफी मांगने की मांग की गई थी. बीजेपी पार्षद भी अपनी तख्तियां लेकर आए थे, जिसमें उन्होंने कहा कि वे पलक्कड़ में ‘जिन्ना स्ट्रीट’ नहीं चाहते हैं और चाहते हैं कि इसका नाम बदलकर ‘कलिक्कारा स्ट्रीट’ रखा जाए, जो कि इसका मूल नाम है. दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ नारे लगाए और अपनी तख्तियां लहराईं. बाद में उनके बीच झड़प में बदल गई और पुलिस ने हस्तक्षेप कर उन्हें अलग किया. इसके बाद, दोनों पक्षों ने हॉल के बाहर अपना प्रदर्शन जारी रखा.

पलक्कड़ नगर पालिका के उपाध्यक्ष ने क्या बताया?

पलक्कड़ नगर पालिका के उपाध्यक्ष और भाजपा नेता कृष्ण दास ने कहा, “पलक्कड़ नगर पालिका दिव्यांगों के लिए एक कौशल विकास केंद्र शुरू करना चाहती थी, उस समारोह को भी कांग्रेस और सीपीएम ने बाधित किया. आज, यहां परिषद की बैठक हुई और अध्यक्ष ने उन्हें चर्चा के लिए आमंत्रित किया था. लेकिन उन्होंने न केवल मामले पर चर्चा करने से इनकार कर दिया, बल्कि यूडीएफ और एलडीएफ ने पूरी कार्यवाही को बाधित कर दिया, उन्होंने हंगामा किया. उन्होंने अध्यक्ष के साथ हाथापाई करने की कोशिश की और उन्होंने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया. पलक्कड़ नगर पालिका में पूरी तरह अराजकता थी और इसके लिए यूडीएफ और एलडीएफ जिम्मेदार हैं.”

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version