नरेंद्र मोदी ने कब कहा था अमृत काल
‘अमृत काल’ शब्द का पहली बार इस्तेमाल प्रधानमंत्री (पीएम) नरेंद्र मोदी ने 2021 में 75वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान किया था, जब उन्होंने अगले 25 वर्षों के लिए देश के लिए एक नया रोडमैप पेश किया था. मोदी ने कहा था कि अमृत काल का उद्देश्य भारत के नागरिकों के जीवन में सुधार करना, गांवों और शहरों के बीच विकास में विभाजन को कम करना, लोगों के जीवन में सरकार के हस्तक्षेप को कम करना और नवीनतम तकनीक का स्वागत करना है.
मोदी ने कहा था, “यहां से शुरू होकर अगले 25 साल की यात्रा नए भारत का अमृत काल है. इस अमृत काल में हमारे संकल्पों की पूर्ति हमें आजादी के 100 साल तक ले जाएगी.”जबकि भारत ने तेजी से प्रगति की है, विकास की ‘संतृप्ति’ होनी चाहिए और हर गांव में सड़कें होने के साथ 100 प्रतिशत उपलब्धियां होनी चाहिए, हर परिवार के पास बैंक खाता होना चाहिए, हर पात्र व्यक्ति के पास स्वास्थ्य बीमा, कार्ड और गैस कनेक्शन होना चाहिए.
अमृत काल शब्द की उत्पत्ति कहां से हुई है?
यह शब्द वैदिक ज्योतिष से आया है. अमृत काल वह महत्वपूर्ण समय है जब अमानवीय, देवदूतों और मनुष्यों के लिए अधिक से अधिक सुख के द्वार खुलते हैं. अमृत काल को नया काम शुरू करने के लिए सबसे अच्छा और सबसे शुभ मुहूर्त माना जाता है.