1,000 से ज्यादा हेलीकॉप्टर बनाने का लक्ष्य
फैक्ट्री के उद्घाटन के समय अधिकारियों ने बताया कि- बेंगलुरु मुख्यालय वाली एचएएल ने गुब्बी तालुक में इस फैक्टरी में 20 वर्षों की अवधि में 4 लाख करोड़ रुपये से अधिक के कुल कारोबार के साथ 3-15 टन रेंज के 1,000 से अधिक हेलीकॉप्टर का उत्पादन करने की योजना बनाई गयी है. यह फैक्ट्री 615 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है और शुरूआती दौर में इस फैक्ट्री में लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर्स बनाये जाएंगे. इस केंद्र से भारत हेलीकॉप्टर की अपनी संपूर्ण जरुरत को स्वदेशी रूप से पूरा करने में सक्षम बन जाएगा और हेलीकॉप्टर डिजाइन, विकास और निर्माण में आत्मनिर्भरता का गौरव प्राप्त करेगा.
क्या है फैक्ट्री की खासियत
यह हेलीकॉप्टर मैन्युफक्चरिंग फैक्ट्री कुल 615 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है. रिपोर्ट्स की अगर माने तो यह फैक्ट्री 4 लाख करोड़ रुपये का बिजनेस करवाने वाली है. इस फैक्ट्री में आने वाले समय में 3 से लेकर 15 तन वजन वाले 1,000 से ज्यादा हेलीकॉप्टर्स का उत्पादन किया जाएगा. केवल यही नहीं इस फैक्ट्री से भारत हेलीकॉप्टर की अपनी संपूर्ण आवश्यकता को स्वदेशी रूप से पूरा करने में सक्षम बन जाएगा और हेलीकॉप्टर डिजाइन, विकास और निर्माण में आत्मनिर्भरता का गौरव प्राप्त करेगा. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अगर माने तो यह एक समर्पित नयी ग्रीनफील्ड हेलीकॉप्टर फैक्टरी है जो हेलीकॉप्टर बनाने के लिए भारत की क्षमता और पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ाएगी. शुरूआती दौर में इस फैक्ट्री में 30 हेलीकॉप्टर प्रतिवर्ष के हिसाब से बनाया जाएगा, जिसे बाद में 60 से 90 तक चरणबद्ध तरीके से बढ़ाया जाएगा.