Sophia Qureshi : पाकिस्तान वालों तुमसे ज्यादा मुसलमान हमारे मुल्क में, कर्नल सोफिया कुरैशी की हो रही है जमकर तारीफ

Sophia Qureshi : भारत ने पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की, जिसमें कई आतंकियों के मारे जाने की खबर है. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर भारतीय सेना की ओर से आयोजित प्रेस ब्रीफिंग में दो महिला अधिकारी भी शामिल थीं—लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह. जानें सोफिया कुरैशी को लेकर लोगों ने क्या कहा?

By Amitabh Kumar | May 7, 2025 12:53 PM
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Sophia Qureshi : भारतीय सेना ने मंगलवार देर रात पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर भारतीय सेना, वायुसेना और विदेश मंत्रालय ने संयुक्त प्रेस ब्रीफिंग की. इसमें विदेश सचिव विक्रम मिस्री के साथ वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह और भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी भी मौजूद रहीं, जिन्होंने ऑपरेशन की जानकारी साझा की. प्रेस ब्रीफिंग के बाद सोफिया कुरैशी ट्रेंड कर रहीं हैं. सोशल मीडिया यूजर उनकी तारीफ करते नहीं थक रहे.

सोशल मीडिया यूजर कर रहे हैं सोफिया कुरैशी की तारीफ

सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक यूजर ने लिखा कि भारतीय सेना का कोई धर्म नहीं…एक अन्य यूजर ने लिखा– सेना की प्रेस कॉन्फ़्रेंस में शामिल लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया क़ुरैशी गुजरात की रहने वाली हैं. वो एक आर्मी ट्रेनिंग contingent को लीड करने वाली पहली महिला अधिकारी हैं. गर्व है इस भारतीय मुस्लिम महिला सैन्य अधिकारी पर…एक यूजर ने लिखा– नाम नोट कीजिए – कर्नल सोफिया क़ुरैशी…सरकार ने संदेश दिया है- पाकिस्तान वालों तुमसे ज्यादा मुसलमान हमारे मुल्क में हैं और उनकी वतनपरस्ती पर हमें नाज है.

सोफिया कुरैशी कौन हैं?

सोफिया कुरैशी मूल रूप से गुजरात के वडोदरा की रहने वाली हैं, जहां उनका जन्म 1981 में हुआ. उन्होंने बायोकेमिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है. रिपोर्ट्स के अनुसार, उनके दादा सेना में थे और पिता ने धार्मिक शिक्षक के रूप में सेना में सेवा दी. सोफिया की शादी मैकेनाइज़्ड इन्फेंट्री के सेना अधिकारी मेजर ताजुद्दीन कुरैशी से हुई है और उनका एक बेटा है, जिसका नाम समीर कुरैशी है.

पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों पर हमला

भारतीय सशस्त्र बलों ने मंगलवार देर रात पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए, जिनमें जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ बहावलपुर भी शामिल था. यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत की गई. यह ऑपरेशन भारत-पाकिस्तान के बीच लंबे समय से चले आ रहे सैन्य तनाव का एक और महत्वपूर्ण अध्याय बन गया है.

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