भेड़ों की भीड़ नहीं, जागरूक जनता
प्रमोद जोशी वरिष्ठ पत्रकार यूरोप के दूसरे देशों में भी कमोबेश ऐसे आंदोलन खड़े हैं, जो नयी राजनीतिक परिभाषा देना चाहते हैं. वह समाज हमारे मुकाबले ज्यादा जागरूक है. ऐसे में निकट भविष्य में यदि भारत में हम राजनीति का कोई नया मुहावरा खोज पाये, तो यह बड़ी बात होगी. दिल्ली की नयी विधानसभा में […]
By Prabhat Khabar Digital Desk | February 12, 2015 5:50 AM