साहित्य जिनके लिए विलासिता है!

बुद्धिनाथ मिश्रा वरिष्ठ साहित्यकार समस्तीपुर के पुराने मारवाड़ी बाजार में लगभग पांच दशक के बाद उस शाम घूम रहा था. दुर्गापूजा की गहमागहमी थी. पूजा की वस्तुओं और हरी-हरी सब्जियों से पूरी सड़क अतिक्रमित थी. मेरे साथ उस क्षेत्र के चलते-फिरते विश्वकोश योगेंद्र पोद्दार थे. गुदरी बाजार के बाद हम लोग जिस दुकान पर चाय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 24, 2015 12:18 AM
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