चैंपियंस ट्रॉफी विजेता भारत

Champions Trophy 2025 : दुबई में पांच स्पिनरों को ले जाने के साहसी फैसले का श्रेय अगर कोच गौतम गंभीर को जाता है, तो मैदान पर इनके बीच तालमेल बनाये रखने का श्रेय कप्तान रोहित शर्मा को जाता है. कुलदीप यादव ने चार स्पिनरों के बेहतरीन इस्तेमाल के लिए कप्तान का जिस तरह आभार प्रकट किया, वह रोहित शर्मा की नेतृत्व क्षमता के बारे में ही बताता है.

By संपादकीय | March 11, 2025 6:55 AM
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Champions Trophy 2025 : चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में न्यूजीलैंड को चार विकेट से हराकर रोहित शर्मा के नेतृत्व में भारतीय क्रिकेट टीम ने फिर अपनी श्रेष्ठता साबित की है. इससे पहले भारतीय टीम 2002 और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी की विजेता रह चुकी है. नौ महीने के भीतर आइसीसी की दूसरी ट्रॉफी जीतना टीम इंडिया की ताकत और क्षमता के बारे में बताता है. पिछले ही साल जून में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को हराकर टी-20 का विश्व कप जीता था.

चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहले भारतीय स्पिनरों, वरुण चक्रवर्ती, कुलदीप यादव, रविंद्र जडेजा और अक्षर पटेल ने 38 ओवर गेंदबाजी कर न्यूजीलैंड को 251 रन पर समेट दिया, फिर रोहित शर्मा और शुभमन गिल की शतकीय साझेदारी के बाद विकेटों के पतझर के बावजूद अनुभवी बल्लेबाजों ने टीम को रोमांचक जीत दिलायी. रोहित शर्मा के नेतृत्व कौशल का प्रमाण फाइनल की उनकी शानदार पारी तो खैर रही ही, जिसमें शुरुआती आक्रामकता के बाद परिस्थिति के मुताबिक खेलने का कौशल था, तो विराट कोहली, हार्दिक पांड्या और रविंद्र जडेजा जैसे वरिष्ठ खिलाड़ियों तथा गौतम गंभीर जैसे कोच के साथ तालमेल बनाये रखना भी आसान काम नहीं था.

दुबई में पांच स्पिनरों को ले जाने के साहसी फैसले का श्रेय अगर कोच गौतम गंभीर को जाता है, तो मैदान पर इनके बीच तालमेल बनाये रखने का श्रेय कप्तान रोहित शर्मा को जाता है. कुलदीप यादव ने चार स्पिनरों के बेहतरीन इस्तेमाल के लिए कप्तान का जिस तरह आभार प्रकट किया, वह रोहित शर्मा की नेतृत्व क्षमता के बारे में ही बताता है. वरुण चक्रवर्ती इस टूर्नामेंट में भारत की उपलब्धि रहे, तो अनुभवी विराट कोहली, श्रेयस अय्यर और शुभमन गिल ने अपनी क्षमता साबित की. भारत क्रिकेट में एक शक्ति है, इसका उदाहरण हाल में संपन्न आइसीसी के तीन टूर्नामेंटों से चल जाता है.

वर्ष 2023 के एकदिवसीय विश्व कप के फाइनल में भारत भले हार गया, लेकिन फाइनल तक के सफर में वह अजेय रहा था. पिछले साल टी-20 के विश्व कप में भी भारतीय टीम अजेय रही थी. इस बार चैंपियंस ट्रॉफी में भी उसने यही उपलब्धि दोहरायी और सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर फाइनल में प्रवेश किया था. कभी बल्लेबाजी के कारण जीतने वाली टीम इंडिया की गेंदबाजी भी आज उतनी ही शानदार है. इतने बेहतरीन प्रदर्शन के बाद अगले वर्ष होने वाले टी-20 विश्व कप में भारत के प्रति उम्मीद और बढ़ गयी है.

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