बांगलादेश की सरकार के सुप्रीमो मो. युनूस की जुबान फिसलने से यह सच्चाई बाहर निकल गई है. महफूज आलम इस समय बांगलादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मो. युनूस का विशेष सचिव है. रक्षा विशेषज्ञ ब्रह्म चेलानी ने ट्वीट कर महफूज आलम की पृष्ठभूमि और उसके आतंकी संगठन के बारे में जानकारी दी है.
Bangladesh In The Hand Of Terrorist: युनूस की जुबान फिसली या सोची-समझी रणनीति
बांग्लादेश में तख्तापलट छात्रों के स्वतःस्फूर्त आंदोलन के कारण नहीं बल्कि लंबे समय से सोची-समझी साजिश का परिणाम है. युनूस ने यह खुलाासा अमेरिका में दुनिया के कई देशों के प्रमुख नेताओं के सामने किया है. उन्होंने खुलासा किया कि शेख हसीना की सरकार गिराने की लंबे समय से प्लानिंग की जा रही थी. उन्होंने अपने बगल में खड़े अपने विशेष सचिव महफूज आलम की ओर इशारा करते हुए कहा कि यही हैं असली मास्टर माइंड. ये लंबे समय से इस दिशा में काम कर रहे थे. ये तख्तापलट की प्लानिंग लंबे समय से कर रहे थे. ये इसका क्रेडिट नहीं लेते हैं, क्योंकि ये चुपचाप काम करने में माहिर हैं.
युनूस ने यह भी कहा कि इस पूरे प्लान को सावधानीपूर्वक डिजाइन किया गया था. इसके असली नेता महफूज आलम की पहचान छिपाई गई थी. महफूज आलम के बिना बांग्लादेश में कुछ भी नहीं होता है. हर चीज में पर्दे के पीछे यही रहते हैं. जब ये भाषण देने लगेंगे तो आप सुनकर कांप जाएंगे. उन्होंने कहा कि ऐसे युवाओं की ही दुनिया को जरूरत है.
लेखिका तसलीमा नसरीन ने भी ट्वीट कर महफूज आलम को हिज्ब-उल-तहरीर का बताया है. मो. युनूस के इस खुलासे के बाद दुनिया भर में हंगामा मच गया है. लोग यह मान रहे हैं कि अमेरिका में मो. युनूस की जुबान नहीं फिसली है, बल्कि उन्होंने दुनिया के नेताओं के सामने जानबूझकर यह खुलासा किया है. बिल क्लिंटन ग्लोबल इनिशिएटिव कार्यक्रम में जिस समय युनूस यह खुलासा कर रहे थे, उस समय मंच पर उनके एक ओर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन और दूसरी ओर महफूज आलम खड़ा था. इस खुलासे के पीछे युनूस का मकसद क्या था, इसका पता भी जल्दी ही चल जाएगा.
ALSO READ: Maldives U-TURN Towards India : किस डर से भारत की ओर झुकने को मजबूर हुआ मालदीव