Nimisha Priya : ब्लडमनी भी नहीं रोक पा रही निमिषा की फांसी, पीड़ित परिवार कर रहा शरिया कानून Qisas की मांग

Nimisha Priya Latest News : निमिषा प्रिया यमन में अपना क्लिनिक चलाती थीं और पेशे से एक नर्स थी. उसके साझेदार तलाल अब्दो महदी ने उसे धोखा दिया और बिजनेस में हिस्सेदारी देने से मना कर दिया था. विवाद इतना बढ़ा कि निमिषा किसी तरह यमन से निकलना चाहती थी और इसी चाहत में उसने तलाल को बेहोशी का इंजेक्शन दिया, ताकि वह उसके पास से अपना पासपोर्ट और अन्य कागजात ले सके, लेकिन दवाई के ओवरडोज से तलाल की मौत हो गई और निमिषा प्रिया पहुंच गई जेल और अंतत: फांसी की सजा मुकर्रर हुई.

By Rajneesh Anand | July 16, 2025 4:44 PM
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Nimisha Priya Latest News : यमन में केरल की नर्स निमिषा प्रिया की फांसी टल तो गई है, लेकिन अभी यह दावे के साथ नहीं कहा जा सकता है कि उसे फांसी नहीं होगी और उसका जीवन सुरक्षित है. निमिषा प्रिया की फांसी टलने की सूचना मंगलवार 15 जुलाई को आ गई थी, लेकिन अभी उसके बिजनेस पार्टनर तलाल अब्दो महदी के परिवार ने ना तो उसे माफ किया है और ना ही उसके साथ किसी तरह की डील की है, जिसके आधार पर यह कहा जा सके कि निमिषा प्रिया अब सुरक्षित है.

कुछ वक्त के टली है निमिषा प्रिया की फांसी

निमिषा प्रिया को फांसी 16 जुलाई को होनी थी, लेकिन भारत सरकार के कूटनीतिक प्रयासों और धार्मिक संगठनों की अपीलों की वजह से निमिषा प्रिया की फांसी कुछ वक्त के लिए टल गई है, लेकिन कब तक वह फांसी से बच पाएगी यह अभी कह पाना मुश्किल है. भारत के मुफ्ती शेख कंथापुरम एपी अबूबकर मुसलियार ने यमनी अधिकारियों से यह आग्रह किया है कि वे पीड़ित परिवार से बात करें और इस्लामिक कानून के अनुसार निमिषा प्रिया को माफी दिलवा दें. मुफ्ती शेख ने यह अपील राष्ट्रीयता की जिम्मेदारी के तौर पर की है. चूंकि यमन में भारतीय दूतावास काम नहीं कर रहा है, इसलिए राष्ट्र के लिए उन्होंने यह अपील की है. मुफ्ती शेख ने यमन के धर्म गुरुओं से संपर्क किया है और उनसे मामले की जांच करने और निमिषा को फांसी से बचाने की अपील की है.

तलाल अब्दो महदी का परिवार ब्लडमनी लेने के मूड में नहीं

शरिया कानून के अनुसार तलाल अब्दो महदी की फांसी तब ही रूक सकती है जब पीड़िता परिवार ब्लडमनी यानी एक तरह से मुआवजे की बड़ी रकम लेकर उसे माफ कर दे. लेकिन तलाल महदी का परिवार इस बात पर राजी नहीं है. बीबीसी न्यूज के अनुसार वे यह कह रहे हैं कि उन्हें ब्लडमनी नहीं किसास चाहिए. शरिया कानून में किसास (Qisas) का अर्थ है जैसे को तैसा. यह कानून यह कहता है कि जिसने जैसा किया है उसके अनुसार उसे सजा दी जानी चाहिए. तलाल के भाई अब्देल फतेह का कहना है कि निमिषा का अपराध अक्षम्य है, विवाद चाहे कुछ भी रहा हो, निमिषा ने जिस तरह उसके शव के टुकड़े-टुकड़े करके उसे छिपाया वह कतई माफी योग्य नहीं है.

क्या होगा निमिषा प्रिया का भविष्य

अभी के हालात पर नजर डालें तो निमिषा का भविष्य अनिश्चित है. भारतीय धर्म गुरु कोशिश कर रहे हैं कि निमिषा को फांसी ना हो, लेकिन सबकुछ तलाल अब्दो महदी के परिजनों के हाथों में है. उनसे बातचीत की कोशिश तो हो रही है, लेकिन वो मानेगा या नहीं यह अभी से बता पाना मुश्किल है. इन हालात में निमिषा को फांसी होगी या माफी मिलेगी यह बता पाना मुश्किल है, सबकुछ वक्त के हाथों में है.

निमिषा प्रिया को 2020 में तलाल अब्दो महदी नामक व्यक्ति के हत्या के जुर्म में फांसी की सजा सुनाई गई थी. यह फैसला निचली अदालत का था.निमिषा प्रिया एक मजदूर परिवार से संबंध रखती हैं. नौकरी के लिए उसने नर्सिंग की ट्रेनिंग ली और 2008 में यमन चली गईं. 2011 में उसने टाॅमी थाॅमस से शादी कर ली और वे कैपिटल सिटी सना लौट गए, जहां उनकी एक बेटी हुई. इसके बाद आय बढ़ाने के लिए निमिषा प्रिया ने तलाल अब्दो के साथ एक क्लिनिक खोला था.

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