Table of Contents
- जम्मू-कश्मीर को अशांत करने की थी कोशिश
- पाकिस्तान का रवैया आतंकवादियों के खिलाफ सहानुभूतिपूर्ण
- पहलगाम हमले में मारे गए लोगों को न्याय दिलाने के लिए किया गया ऑपरेशन सिंदूर
- पूरा देश एक सुर में कर रहा कार्रवाई की प्रशंसा
Operation Sindoor : भारत ने पाकिस्तान के साथ न्याय किया है. 22 अप्रैल को पहलगाम में जिस तरह 26 लोगों को आतंकवादियों ने मौत के घाट उतारा उसके खिलाफ भारत ने पाकिस्तान को न्याय के कठघरे में खड़ा किया और दोषियों को सजा दी है. ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी देते हुए उक्त बातें भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी, एयरफोर्स की विंग कमांडर व्योमिका सिंह और विदेश मंत्रालय के सचिव विक्रम मिस्री ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही. प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा गया कि भारत ने आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई की है और पाकिस्तान के किसी भी सैन्य ठिकानों और आम निर्दोष नागरिक को नुकसान नहीं पहुंचाया है.
जम्मू-कश्मीर को अशांत करने की थी कोशिश
विदेश मंत्रालय की ओर से विक्रम मिस्री ने बताया कि 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने जिस बर्बरता से 25 भारतीय और एक विदेशी नागरिक की हत्या की और जिस तरह उन्होंने आम नागरिकों से कहा कि अपनी सरकार को हमारा मैसेज देना, वह उनके दुस्साहस का प्रतीक था. वे यह चाहते थे कि जम्मू-कश्मीर में सामान्य हो रहे हालात फिर से बिगड़ जाएं. वे यहां के पर्यटन को प्रभावित करना चाहते थे, ताकि जम्मू-कश्मीर के विकास और प्रगति को रोका जा सके. पाकिस्तान और उनके द्वारा पोषित आतंकवादी यह चाहते थे कश्मीर में सांप्रदायिक माहौल बिगड़े, इसलिए उन्होंने बहुत ही बर्बर तरीके से आतंकवादी घटना को अंजाम दिया. लेकिन भारतीय नागरिकों ने उनके मंसूबे को फेल कर दिया. पहलगाम हमले के बाद से देश में आक्रोश का माहौल है.
पाकिस्तान का रवैया आतंकवादियों के खिलाफ सहानुभूतिपूर्ण
लश्कर ए तैयबा के साथ काम करने वाले आतंकी संगठन टीआरएफ ने हमले की जिम्मेदारी ली थी, लेकिन पाकिस्तान का रवैया उसके खिलाफ सहानुभूतिपूर्ण था. पाकिस्तान और आतंकवादियों के संबंध को प्रमाणित करने वाले कई दस्तावेज मौजूद हैं. इस बात के भी प्रमाण हैं कि पाकिस्तान में अंतराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबंधित आतंकी छुपे रहते हैं. इसके बावजूद पाकिस्तान ने आतंकवादियों के खिलाफ कोई ऐसी कार्रवाई नहीं की जिससे यह पता चले कि वह आतंकवाद को मिटाना चाहता है. विक्रम मिस्री ने बताया कि हमारे इंटेलिजेंस को इस बात की सूचना है कि पाकिस्तान, भारत में निकट भविष्य में भी आतंकवादी हमला करवा सकता है. पहलगाम की घटना के बाद संयुक्त राष्ट्र ने एक वक्तव्य जारी किया था, जिसमें पहलगाम के दोषियों के खिलाफ न्याय करने की बात की गई थी. हमारा ऑपरेशन सिंदूर उसे न्याय के दायरे में की गई कार्रवाई है.
पहलगाम हमले में मारे गए लोगों को न्याय दिलाने के लिए किया गया ऑपरेशन सिंदूर
सेना की ओर से बयान जारी करते हुए कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पहलगाम हमले में मारे गए निर्दोष लोगों को न्याय दिलाने के लिए आयोजित किया गया था. भारतीय सशस्त्र सेना ने 6-7 मई की रात को 1:05 से 1:30 मिनट तक पीओके और पाकिस्तान में आतंकवादियों के नौ ठिकानों पर हमला किया और उन्हें ध्वस्त कर दिया. कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि पिछले तीन दशक से पाकिस्तान आतंकवादियों को ट्रेनिंग दे रहा है, इसके लिए पाक अधिकृत जम्मू-कश्मीर और पाकिस्तान की धरती का इस्तेमाल किया जाता है. हमने ऐसे नौ ठिकानों को टारगेट किया और उसे पूरी तरह बर्बाद कर दिया. पहला हमला सवाई नाला में किया गया, जो मुजफराबाद में है और एलओसी से इसकी दूरी 30 किलोमीट है. यह लश्कर ए तैयबा का ट्रेनिंग कैंप था. उसके बाद जैश ए मोहम्मद के ट्रेनिंग कैंप पर हमला किया गया. विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि पीओके के अलावा भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान के अंदर भी आंतकी ठिकानों को ध्वस्त किया. पाकिस्तान के अंदर स्यालकोट में दो ठिकानों पर हमला किया गया, जिसमें महमूना जोया और मरकस तैयबा मुरीके शामिल है. इन कैंपों में मुंबई हमले के दोषी कसाब को ट्रेनिंग दी गई थी. पाकिस्तान में मरकज सुभानअल्लाह में स्थित आतंकवादी कैंप को भी ध्वस्त किया गया है.
पूरा देश एक सुर में कर रहा कार्रवाई की प्रशंसा
पहलगाम हमले के बाद भारतीय सशस्त्र सेना ने जिस तरह ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया है, पूरा देश उनके साथ खड़ा है. जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि इसकी शुरुआत पाकिस्तान की ओर से हुई है. हम तो शांति से रह रहे थे. लेकिन पहलगाम में पाकिस्तान ने आतंकवादी कार्रवाई को अंजाम दिया और 26 लोगों की हत्या करवाई. इसका जवाब दिया जाना था और सही जवाब दिया गया है. हम युद्ध नहीं शांति चाहते हैं, लेकिन इसके लिए पाकिस्तान को अपनी बंदूकें कम करनी होगी. उन्होंने कहा कि किसी को भी घबराने की जरूरत नहीं है. जम्मू-कश्मीर में किसी भी जरूरत के सामान की कमी नहीं है. सबकुछ उपलब्ध है. स्कूलें खुली हैं, हां हवाईअड्डों को बंद किया गया है. गृहमंत्री ने उमर अब्दुल्ला से अभी कुछ देर पहले बात की है. कांग्रेस की ओर से प्रियांक खरगे ने कहा कि हम पूरी तरह ऑपरेशन सिंदूर के पक्ष में हैं, क्योंकि हमारा देश आतंकवाद के खिलाफ जीरो टाॅलरेंस की नीति पर काम करता है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी ऑपरेशन सिंदूर के पक्ष में एक्स पर पोस्ट लिखा है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ऑपरेशन सिंदूर को आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई बताया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने भारतीय सेना की प्रशंसा करते हुए लिखा है कि उन्हें अपने देश की सेना पर गर्व है. जय हिंद.
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क्या आप जानते हैं, आजादी के बाद भारत ने पाकिस्तान को क्यों दिया था 75 करोड़ रुपया?
1971 में जब भारत ने पाकिस्तान के 5,795 वर्ग मील भूमि पर कर लिया था कब्जा, तो क्यों कर दिया वापस?
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