बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजद परिवार में बवाल, जानिए कौन हैं अनुष्का यादव, जिनके प्रेम में हैं तेज प्रताप यादव

Tej Pratap Yadav : बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजद परिवार में बड़ा बवाल मचा है. लालू यादव ने अपने बड़े बेटे तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से निष्कासित कर दिया है. लालू यादव ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा है कि तेज प्रताप नैतिक मूल्यों की अवहेलना कर रहे थे. दरअसल तेज प्रताप के एक्स हैंडल से शनिवार को एक पोस्ट किया गया था, जिसमें उन्होंने अनुष्का यादव नाम की महिला के साथ अपने प्रेम संबंधों को उजागर किया था. तेज प्रताप यादव विवाहित हैं और उनका अपनी पत्नी ऐश्वर्या राय के साथ तलाक का केस चल रहा है. जीतन राम मांझी के ट्‌वीट से कुछ और रहस्य भी इस केस में जुड़ते हैं, जिसका जिक्र 'सिन्हा' के तौर पर किया गया है और यह शंका जताई गई है कि अनुष्का की जिंदगी भी तो बर्बाद नहीं की जाएगी.

By Rajneesh Anand | May 25, 2025 6:00 PM
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Tej Pratap Yadav : 24 मई को बिहार की राजनीति में कुछ ऐसा घटा की राजद परिवार और पार्टी में खलबली मच गई है. राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव ने अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है कि मेरे ज्येष्ठ पुत्र की गतिविधि निजी जीवन में नैतिक मूल्यों की अवहेलना करती है. यह सामाजिक न्याय के सामूहिक संघर्ष को कमजोर करती है, इसी वजह से उन्होंने ना सिर्फ पार्टी से बल्कि परिवार से भी तेज प्रताप यादव को दूर कर दिया है. दरअसल तेजप्रताप यादव के एक्स हैंडल से कल एक पोस्ट किया गया था, जिसमें उन्होंने एक महिला अनुष्का यादव के साथ अपने 12 साल के प्रेम संबंधों को उजागर किया था. बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजद परिवार पर संकट के बादल छा गए हैं, जिसका प्रभाव उनके परिवार और राजनीति दोनों पर पड़ने वाला है.

कौन है अनुष्का यादव जिसके प्यार में तेज प्रताप ने कर दी अनैतिकता

अनुष्का यादव के साथ तेज प्रताप के संबंधों को लालू यादव ने नैतिक मूल्यों के विपरीत बताया है. हालांकि अनुष्का के साथ अपने संबंधों के पोस्ट को तेज प्रताप ने दो बार डिलीट किया और फिर यह बताया कि उनका एक्स हैंडल हैक कर लिया गया है, लेकिन लालू यादव ने जिस तरह की कार्रवाई उनके खिलाफ की है, वह यह स्पष्ट करता है कि अनुष्का और तेज प्रताप के बीच संबंध हैं. तेज प्रताप के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने भी अपने बड़े भाई के संबंधों पर एतराज जताया है और कहा है कि राजनीति और निजी जीवन अलग चीज है, लेकिन जो हुआ है ना तो मैं उसको पसंद करता हूं और ना ही बर्दाश्त करता हूं. तेजस्वी यादव ने कहा है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव ने अपने नजरिए को इस मामले में स्पष्ट कर दिया है और मैं राष्ट्रीय अध्यक्ष के फैसले के साथ हूं. मेरे बड़े भाई अपने निजी जीवन के फैसले लेने के लिए स्वतंत्र हैं. अनुष्का यादव के बारे में यह बताया जा रहा है कि राजद के किसी पूर्व नेता की करीबी रिश्तेदार हैं. उसी नेता की वजह से अुनष्का और तेज प्रताप की पहचान हुई थी और दोनों करीब आए थे.

अनुष्का यादव और तेज प्रताप यादव के रिश्ते पर मचा बवाल

तेज प्रताप और अनुष्का यादव के रिश्तों पर सोशल मीडिया में 24 मई से ही बवाल मचा हुआ है. अनुष्का के साथ रिश्तों का खुलासा होने पर लोग यह प्रतिक्रिया दे रहे हैं कि जब दोनों का संबंध 12 साल से था, तो ऐश्वर्या राय के साथ उन्होंने 2018 में शादी क्यों की थी. लालू यादव हमेशा सामाजिक न्याय की बात करते हैं, क्या इस संबंध से उसपर आघात नहीं पहुंचा है? कई लोग तो यह भी प्रतिक्रिया दे रहे हैं कि ऐश्वर्या राय उन्हें जेल पहुंचा सकती हैं. इसकी वजह यह है कि ऐश्वर्या राय तेज प्रताप की ब्याहता पत्नी हैं और हिंदू मैरिज एक्ट के अनुसार दूसरी शादी गैरकानूनी है. हालांकि अभी इस बात की कोई पुष्टि नहीं हुई है कि अनुष्का यादव और तेज प्रताप यादव के संबंध किस तरह के हैं.

तेज प्रताप यादव और अनुष्का यादव के संबंधों का बिहार की राजनीति पर असर

तेज प्रताप यादव और अनुष्का यादव के संबंधों की बात सामने तब आई है, जब बिहार में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. लालू यादव ने उन्हें पार्टी से भी निकाल दिया है, इन तमाम घटनाओं का चुनाव पर सीधा असर दिखेगा, इसमें कोई दो राय नहीं है. अब सवाल यह उठाता है कि वह असर कितना बड़ा होगा? बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने इस पूरे विवाद पर कहा है कि अगर तेज प्रताप अनुष्का यादव के साथ इतने साल से संबंधों में थे, तो उन्हें ऐश्वर्या राय की जिंदगी बर्बाद करने का कोई हक नहीं था. इस संबंध में प्रभात खबर के वरिष्ठ राजनीतिक पत्रकार मिथिलेश कुमार ने कहा कि यह मसला तेज प्रताप के निजी जीवन से जुड़ा है, इसलिए लालू परिवार को सामने आकर इस बारे में बात करना चाहिए और जो कुछ स्थिति है उसके बारे में बात करनी चाहिए. जहां तक बात चुनाव पर इस मामले के असर की है, तो निश्चिततौर पर कुछ नुकसान पार्टी को हो सकता है, लेकिन वह कितना होगा, यह पार्टी के निर्णय पर निर्भर करेगा.

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