करवा चौथ आज: बन रहा दुर्लभ संयोग, चलनी से छन कर शुद्ध हो जाते हैं विचार

पटना : अखंड सुहाग के लिए सुहागिन महिलाएं आज करवा चौथ का व्रत रख रहीं हैं. कार्तिक कृष्ण चतुर्थी दिन शनिवार को कृतिका उपरांत रोहिणी नक्षत्र में पति की लंबी उम्र एवं उन्नत गृहस्थ जीवन के लिए महिलाएं व्रत कर रहीं हैं. पंडित राकेश झा शास्त्री ने बताया कि इस बार करवा चौथ पर पूरे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 27, 2018 9:22 AM
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पटना : अखंड सुहाग के लिए सुहागिन महिलाएं आज करवा चौथ का व्रत रख रहीं हैं. कार्तिक कृष्ण चतुर्थी दिन शनिवार को कृतिका उपरांत रोहिणी नक्षत्र में पति की लंबी उम्र एवं उन्नत गृहस्थ जीवन के लिए महिलाएं व्रत कर रहीं हैं. पंडित राकेश झा शास्त्री ने बताया कि इस बार करवा चौथ पर पूरे 27 वर्षों के बाद दुर्लभ संयोग बन रहा है. इसके साथ ही अमृत और सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ 11 वर्षों के बाद राजयोग बन रहा है. एक साथ तीन उत्तम योग होने से व्रत और भी पुण्यप्रद हो गया है.

2007 में लगा था राजयोग

राजयोग पिछली बार 2007 में लगा था और अमृत सिद्धि और सर्वार्थ सिद्धि योग सन 1991 के बाद 2018 में बन रहा है. इस दिन व्रती सुहागिन महिलाएं भगवान भोलेनाथ, गणेश, माता पार्वती, कार्तिकेय एवं चंद्रमा की पूजा करने के बाद चंद्र को चलनी से देखती है और उन्हें अर्घ देती है. इस दिन भगवान विष्णु और धन की देवी माता लक्ष्मी की आराधना करने से अचल सम्पति, धनधान्य के अलावे दाम्पत्य सुख में वृद्धि होती है.

चलनी से छन कर शुद्ध हो जाते हैं विचार
व्रत में पूजा के दौरान चलनी से चंद्र दर्शन किया जाता है. फिर उसी चलनी से महिलाएं अपने पति को देखती हैं. मान्यताओं के अनुसार चलनी से पति को देखने से पत्नी के व्यवहार और विचार दोनों छन कर शुद्ध हो जाते हैं. पति के लिए किया जाना वाला इस व्रत के बारे में संत कवि तुलसीदास ने रामचरित मानस में भी लिखा है कि माता-पिता, भाई-बहन, परिवार, मित्र, समुदाय, सास-ससुर, गुरु और स्वजन ये सभी पति के बिना स्त्री को सूर्य से बढ़ कर तपाने वाले हैं. शरीर, धन, घर, पृथ्वी, नगर और राज्य पति के बिना यह सब स्त्री के लिए शोक का समाज है.

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