लखनऊ : कुंभ मेला से उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ढाई महीने में 1.2 लाख करोड़ रुपये की कमाई करेगी. इससे छह लाख लोगों को रोजगार भी मिलेगा. कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआइआइ) ने एक अध्ययन के आधार पर यह अनुमान व्यक्त किया है.
अनुमान के आधार पर जारी सीआइआइ की रिपोर्ट के मुताबिक, 15 जनवरी से 4 मार्च तक आयोजित होने वाले धार्मिक और आध्यात्मिक मेला कुंभ राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती देगा. रिपोर्ट के मुताबिक, कुंभ मेला क्षेत्र में आतिथ्य क्षेत्र में करीब ढाई लाख लोगों को रोजगार मिलेगा.
इसके अलावा एयरलाइंस कंपनियों, एयरपोर्ट और उसके आसपास के करीब डेढ़ लाख लोगों को रोजी-रोटी मिलेगी. वहीं, करीब 45,000 टूर ऑपरेटर इससे लाभान्वित होंगे. इतना ही नहीं, इको टूरिज्म और मेडिकल टूरिज्म क्षेत्र में भी लगभग 85,000 रोजगार के अवसर बनेंगे.
सीआइआइ का अनुमान है कि अपनी आध्यात्मिकता और विलक्षणता के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध इस सबसे बड़े मेले में करीब 15 करोड़ लोग आयेंगे. इससे टूर गाइड, टैक्सी चालक, मल्टी लैंग्वेज और स्वयंसेवकों के तौर पर रोजगार के 55 हजार नये अवसर सृजित होंगे. इससे सरकारी एजेंसियों और कारोबारियों की आय बढ़ेगी.
सीआइआइ के मुताबिक, कुंभ मेले से उत्तर प्रदेश को करीब 1200 अरब रुपये का राजस्व मिलेगा. इसके अलावा पड़ोस के राज्यों राजस्थान, उत्तराखंड, पंजाब और हिमाचल प्रदेश को भी इसका फायदा होगा. इसके पीछे तर्क यह है कि कुंभ में आने वाले पर्यटक इन राज्यों के पर्यटन स्थलों पर भी जा सकते हैं.
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने 50 दिन तक चलने वाले कुंभ मेला के आयोजन के लिए 4,200 करोड़ रुपये आवंटित किये हैं, जो वर्ष 2013 में आयोजित महाकुंभ के बजट का तीन गुना है.
Rakshabandhan 2025: राखी बंधवाते समय भाई को किस दिशा में बैठाना शुभ, रक्षाबंधन पर अपनाएं ये वास्तु टिप्स
Sawan Pradosh Vrat 2025: श्रावण मास का अंतिम प्रदोष व्रत आज, इस विधि से करें पूजा
Raksha Bandhan 2025: रक्षाबंधन पर इस बार 95 सालों बाद बन रहा है दुर्लभ योग, मिलेगा दोगुना फल
Aaj Ka Panchang: आज 6 अगस्त 2025 का ये है पंचांग, जानिए शुभ मुहूर्त और अशुभ समय की पूरी जानकारी