चैत्र कृष्णपक्ष पञ्चमी दिन में 12:02 उपरांत षष्टि
श्रीशुभ संवत-2076,शाके-1941,हिजरी सन-1440-41
सूर्योदय-06:04
सूर्यास्त-05:56
सूर्योदयकालीन नक्षत्र-
विशाखा उपरांत अनुराधा,हर्षण-योग,तै.करण
सूर्योदयकालीन ग्रह विचार-
सूर्य-कुम्भ,चन्द्रमा-तुला,मंगल-धनु,बुध-कुम्भ,गुरु-धनु,शुक्र-मेष,शनि-मकर,राहु-मिथुन,केतु-धनु
चौघड़िया-
प्रात: 06:00 से 07:30 तक चर
प्रातः 07:30 से 09:00 तक लाभ
प्रातः 09:00 से 10:30 बजे तक अमृत
प्रातः10:30 बजे से 12:00 बजे तक काल
दोपहरः 12:00 से 01:30 बजे तक शुभ
दोपहरः 01:30 से 03:00 बजे तक रोग
दोपहरः 03:00 से 04:30 बजे तक उद्वेग
शामः 04:30 से 06:00 तक चर
उपायःनवरात्र में माता दुर्गाजी को शहद को भोग लगाने से भक्तो को सुंदर रूप प्राप्त होता है व्यक्तित्व में तेज प्रकट होता है।
आराधनाःॐ सौम्यरुपाय विद्महे वाणेशाय धीमहि तन्नौ सौम्यः प्रचोदयात् ॥
खरीदारी के लिए शुभ समयःदोपहरः12:00 से 01:30 बजे तक लाभ
राहु काल:10:30 से 12:30 बजे तक.
दिशाशूल-नैऋत्य एवं पश्चिम
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