Ashadha Gupt Navaratri 2025 के दिनों करें ये 5 महत्वपूर्ण कार्य, मिलेगी सुख-शांती
Ashadha Gupt Navaratri 2025 : आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2025, साधना और शक्ति की उपासना का अमूल्य अवसर है. इन नौ दिनों में श्रद्धा, नियम और भक्ति से किए गए कार्य सुख-शांति प्रदान करते हैं.
By Ashi Goyal | June 17, 2025 7:40 PM
Ashadha Gupt Navaratri 2025 : हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष स्थान है. जहां चैत्र और शारदीय नवरात्रि व्यापक रूप से प्रसिद्ध हैं, वहीं गुप्त नवरात्रि साधना, तंत्र और विशेष देवी उपासना के लिए अत्यंत फलदायी मानी जाती है. गुप्त नवरात्रि वर्ष में दो बार – माघ और आषाढ़ मास में आती है. आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2025 में देवी भक्तों और साधकों के लिए सिद्धि, रक्षा और कल्याण की दृष्टि से अति शुभ समय है. शास्त्रों में वर्णित है कि इस दौरान माता दुर्गा के दस महाविद्याओं की आराधना विशेष फलदायी होती है :-
– आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2025 तिथि
गुप्त नवरात्रि की शुरुआत 26 जून 2025, गुरुवार से होगी और इसका समापन 4 जुलाई 2025, शुक्रवार को होगा.
– माता दुर्गा और दश महाविद्याओं की आराधना करें
गुप्त नवरात्रि में देवी दुर्गा के 9 रूपों के साथ-साथ काली, तारा, षोडशी, भुवनेश्वरी, भैरवी, छिन्नमस्ता, धूमावती, बगलामुखी, मातंगी और कमला – इन दस महाविद्याओं की साधना अत्यंत फलदायक मानी जाती है. इससे साधक को अद्भुत आध्यात्मिक शक्ति और जीवन में विजय की प्राप्ति होती है.
– गुप्त रूप से करें जप, तप और साधना
“गुप्त नवरात्रि”, यह साधना गुप्त रूप से की जाती है. इस दौरान देवी मंत्रों का जप और एकांत में ध्यान, तप करना शुभफल देता है. यह विशेषकर शत्रु बाधा निवारण और तंत्र सुरक्षा के लिए प्रभावी है.
– कलश स्थापना एवं नौ दिनों तक दीप प्रज्वलन करें
पहले दिन कलश स्थापना करें और प्रतिदिन मां दुर्गा को गुग्गुल धूप, लाल पुष्प, नैवेद्य आदि अर्पित करें. अखंड दीपक जलाना विशेष शुभ माना जाता है. यह साधना साधक को मानसिक बल और नेगेटिव एनर्जी से सुरक्षा प्रदान करती है.
– कन्या पूजन और दान करें
नवरात्रि के अंतिम दिन या अष्टमी/नवमी को कन्या पूजन अवश्य करें. यह धार्मिक कृत्य देवी के कृपा पाने का सरलतम मार्ग माना गया है. कन्याओं को भोजन कराना, वस्त्र और दक्षिणा देना पुण्यदायक होता है.
– नकारात्मकता से दूर रहें और व्रत नियम का पालन करें
इन दिनों क्रोध, आलस्य, तामसिक भोजन और अपवित्र विचारों से दूर रहें. व्रत के नियमों का पूर्ण पालन करें और सात्विक जीवनशैली अपनाएं. इससे देवी कृपा स्थायी रूप से जीवन में बनी रहती है.
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2025, साधना और शक्ति की उपासना का अमूल्य अवसर है. इन नौ दिनों में श्रद्धा, नियम और भक्ति से किए गए कार्य न केवल सुख-शांति प्रदान करते हैं, बल्कि जीवन में नवचेतना और सफलता का संचार भी करते हैं. देवी मां की कृपा से असंभव कार्य भी संभव हो सकते हैं.