Astro Tips : : यदि अनेक प्रयासों के बाद भी मनचाहा जीवनसाथी नहीं मिल पा रहा है या विवाह में विलंब हो रहा है, तो यह कुंडली के कुछ ग्रह दोषों या दुर्बल योगों का परिणाम हो सकता है. ज्योतिषशास्त्र के अनुसार कुछ सरल उपायों के द्वारा इस बाधा को दूर किया जा सकता है. नीचे प्रभावशाली उपाय दिए गए हैं जिन्हें श्रद्धा और नियमपूर्वक करने से शीघ्र ही शुभ परिणाम मिल सकते हैं:-
– प्रतिदिन भगवान शिव की आराधना करें
भगवान शिव को ‘विवाह प्रदायक’ देवता माना गया है. प्रतिदिन सुबह स्नान करके शिवलिंग पर जल, दूध, शहद अर्पित करें और “ओम् नमः शिवाय” मंत्र का 108 बार जाप करें. कुंवारी कन्याएं सोमवार का व्रत रखें और पार्वती मा से अपने इच्छित जीवनसाथी के लिए प्रार्थना करें. शिव-पार्वती का विवाह युगल प्रेम और समर्पण का प्रतीक है.
– मंगल दोष का उपाय करें
यदि कुंडली में मंगल दोष (मांगलिक दोष) हो, तो यह विवाह में विलंब का कारण बन सकता है. ऐसे जातकों को हनुमान जी की पूजा विशेष फलदायी होती है. मंगलवार के दिन सुंदरकांड का पाठ करें, हनुमान चालीसा पढ़ें और गुड़-चने का भोग लगाएं
इससे मंगल ग्रह शांत होता है और विवाह की बाधाएं दूर होती हैं.
– पीपल वृक्ष के नीचे दीपक जलाएं
शुक्रवार के दिन संध्या समय पीपल के वृक्ष के नीचे तिल के तेल का दीपक जलाएं और माता लक्ष्मी से योग्य जीवनसाथी की कामना करें. इस उपाय से शुक्र ग्रह मज़बूत होता है, जो विवाह और दाम्पत्य सुख का कारक होता है.
– कन्यादान या विवाह में सहयोग करें
किसी निर्धन कन्या के विवाह में आर्थिक या सामग्री रूप से योगदान देने से पुण्य फल मिलता है. यह एक श्रेष्ठ कर्म है जिसे ‘कन्यादान महादान’ कहा गया है. इस कर्म से आपके विवाह संबंधी दोष कट सकते हैं और मनचाहा जीवनसाथी मिलने की संभावना बढ़ जाती है.
– कुंडली का उचित मिलान कराएं
कई बार मनचाही इच्छा पूरी न होने का कारण कुंडली में छिपा होता है. किसी योग्य और अनुभवी ज्योतिषी से अपनी कुंडली का विश्लेषण कराएं. नवमांश कुंडली, सप्तम भाव, शुक्र और गुरु की स्थिति विशेष रूप से देखनी चाहिए. इसके अनुसार विशेष उपाय बताए जा सकते हैं.
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इन उपायों को आस्था, नियमितता और श्रद्धा के साथ करें. भगवान की कृपा और आपके सत्कर्मों के फलस्वरूप शीघ्र ही आपके जीवन में उपयुक्त जीवनसाथी का आगमन होगा. विवाह एक आध्यात्मिक बंधन है, अतः इसे सहजता, संयम और विश्वास से निभाना चाहिए.
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