Astro Tips For Married Women : सुहाग की लंबी उम्र के लिए विवाहित महिलाएं करें ये ज्योतिषीय उपाय
Astro Tips For Married Women : इन व्रतों को श्रद्धा, नियम और संकल्प के साथ करने से न केवल आध्यात्मिक लाभ होता है, बल्कि वैवाहिक जीवन में प्रेम, विश्वास और सौभाग्य भी बना रहता है.
By Ashi Goyal | June 25, 2025 1:36 PM
Astro Tips For Married Women : भारतीय संस्कृति में व्रत और उपवास का विशेष महत्व है, विशेषकर महिलाओं के लिए. ऐसा माना जाता है कि कुछ विशेष व्रतों के पालन से नारी का सुहाग अक्षुण्ण रहता है और पति की आयु लंबी होती है. ये व्रत न केवल आध्यात्मिक लाभ देते हैं, बल्कि मानसिक बल, धैर्य और श्रद्धा को भी प्रबल करते हैं. यहां हम आपको ऐसे प्रमुख व्रतों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें हर विवाहित स्त्री को जरूर करना चाहिए:-
– करवा चौथ व्रत
करवा चौथ व्रत का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है. यह व्रत कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को किया जाता है. इस दिन महिलाएं दिन भर निर्जला व्रत रखती हैं और रात्रि में चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही भोजन करती हैं. यह व्रत पति की दीर्घायु और सुखद वैवाहिक जीवन के लिए किया जाता है. इस व्रत को करने से स्त्री को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है.
– वट सावित्री व्रत
वट सावित्री व्रत ज्येष्ठ मास की अमावस्या को रखा जाता है. यह व्रत सावित्री के पति सत्यवान को पुनः जीवन देने की कथा पर आधारित है. महिलाएं वट वृक्ष की पूजा करती हैं और 108 बार सूत के धागे से उसकी परिक्रमा करती हैं. यह व्रत स्त्री को अपने पति के साथ दीर्घ, सुखी और समृद्ध जीवन का वरदान देता है.
– हरतालिका तीज व्रत
भाद्रपद शुक्ल तृतीया को आने वाला यह व्रत माता पार्वती के तप और शिव विवाह की कथा पर आधारित है. विवाहित महिलाएं इस दिन निर्जल व्रत रखती हैं और रात्रि जागरण करती है. यह व्रत विवाहिक जीवन में मधुरता लाता है और पति-पत्नी के बीच प्रेम और समर्पण को मजबूत करता है.
– करक चतुर्थी
यह व्रत अश्विन मास की चतुर्थी को रखा जाता है और यह भी करवा चौथ के समान ही पति की लंबी उम्र के लिए किया जाता है. महिलाएं रात्रि में चंद्रमा को अर्घ्य देकर अपने पति के लिए आशीर्वाद मांगती हैं. यह व्रत परिवार में सुख, समृद्धि और सौभाग्य लाता है.
– सौभाग्यवती व्रत
यह व्रत किसी विशेष तिथि पर नहीं, बल्कि सोमवार, गुरुवार या शुक्रवार को किया जाता है. इसमें स्त्रियां भगवान शिव, विष्णु या संतोषी माता की पूजा करती हैं. यह व्रत विशेष रूप से पति के स्वास्थ्य, सफलता और वैवाहिक जीवन में स्थायित्व के लिए किया जाता है.
इन व्रतों को श्रद्धा, नियम और संकल्प के साथ करने से न केवल आध्यात्मिक लाभ होता है, बल्कि वैवाहिक जीवन में प्रेम, विश्वास और सौभाग्य भी बना रहता है. धर्म और ज्योतिष की दृष्टि से ये व्रत स्त्रियों को शक्ति, धैर्य और पुण्य प्रदान करते हैं.