Holi 2005 Actual Date: फाल्गुन पूर्णिमा के दिन होलिका दहन का उत्सव मनाया जाता है. इसके अगले दिन को रंगवाली होली के नाम से जाना जाता है. सूखे गुलाल और पानी के रंगों का यह उत्सव इसी दिन मनाया जाता है. होलिका दहन के साथ ही वातावरण में गुलाल उड़ने लगता है.
होलिका दहन बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है, जबकि रंगवाली होली श्रीकृष्ण और राधारानी के प्रेम का प्रतीक मानी जाती है. इस वर्ष रंगवाली होली 2025 में कब मनाई जाएगी, इसकी जानकारी यहां देखें.
कब है होलिका दहन
फाल्गुन की पूर्णिमा गुरुवार की सुबह 10:11 बजे प्रारंभ होगी, साथ ही भद्रा भी उसी समय से शुरू हो रही है. भद्रा गुरुवार की रात 10:37 बजे तक विद्यमान रहेगी. इसके अतिरिक्त, 14 मार्च शुक्रवार को पूर्णिमा तिथि दोपहर 11:15 बजे तक ही रहेगी. अगले दिन यानी 15 तारीख को उदया तिथि में चैत्र कृष्ण प्रतिपदा होने से रंगोत्सव मनाने की बात कर रहे हैं. पंचांग के अनुसार, होलिका दहन 13 मार्च 2025 को संपन्न होगा. होलिका दहन का शुभ मुहूर्त 11:26 बजे से लेकर 14 मार्च को सुबह 12:29 बजे तक रहेगा.
कब मनाई जाएगी होली
जहां उदयातिथि के अनुसार पर्व का आयोजन किया जाता है, वहां प्रतिपदा तिथि के अनुसार 15 मार्च को होली का उत्सव मनाया जाएगा. मिथिला क्षेत्र में भी होली इसी दिन, 15 मार्च को मनाई जाएगी. इस वर्ष 14 मार्च को आतर रहेगा. 14 मार्च, शुक्रवार को उदयातिथि के अनुसार दोपहर तक पूर्णिमा है, इसलिए रंगोत्सव होली का आयोजन नहीं किया जाएगा. इस कारण, इस बार होली 15 मार्च को मनाई जाएगी.