Kaal Bhairav Jayanti 2024: काल भैरव की आराधना अत्यंत फलदायी मानी जाती है, लेकिन वे अनैतिक कार्य करने वालों को दंडित करने में भी पीछे नहीं रहते. आज 22 नवंबर 2024 को काल भैरव जयंती मनाई जाएगी, इस दिन कुछ विशेष कार्यों से बचना चाहिए.
मांस और मदिरा का सेवन न करें
काल भैरव जयंती के अवसर पर पूजा में काल भैरव जी को मांस और मदिरा का भोग अर्पित किया जाता है. हालांकि, पूजा में इन वस्तुओं का अर्पण करने के अलावा यदि आप इनका सेवन करते हैं, तो इसे अत्यंत अशुभ माना जाता है.
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अपवित्रता से दूर रहें
आपको प्रतिदिन अपवित्रता से बचने का प्रयास करना चाहिए. किंतु भैरव अष्टमी के अवसर पर विशेष रूप से पवित्रता का पालन करना आवश्यक है. इस दिन स्नान और ध्यान करें तथा वासना से प्रेरित विचारों से दूर रहें. ऐसा करने से भैरव जी आपसे प्रसन्न होते हैं.
बुजुर्गों का सम्मान करें
काल भैरव की पूजा किसी के प्रति द्वेष या बुराई करने के उद्देश्य से नहीं करनी चाहिए. यदि आप मन में द्वेष रखते हैं और दूसरों को हानि पहुँचाने का विचार करते हैं, तो यह आपके लिए भविष्य में हानिकारक हो सकता है. काल भैरव जयंती के दिन अहंकार का भाव अपने मन में न लाएं.
जानवरों के प्रति दयालु रहें
काल भैरव जी का वाहन कुत्ता है और वे पशु-पक्षियों के प्रति अत्यधिक स्नेह रखते हैं. इसलिए, काल भैरव जयंती के दिन आपको किसी भी जानवर के साथ दुर्व्यवहार नहीं करना चाहिए. यदि आप पशु-पक्षियों को भोजन कराते हैं, तो आपको शुभ फल की प्राप्ति होती है.
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