कामदा एकादशी पर करें विष्णु मंत्रों का जाप, मिलेगा विशेष पुण्य

Kamada Ekadashi 2025 mantra jaap in hindi: कामदा एकादशी के दिन मंत्र जाप न केवल आध्यात्मिक विकास का मार्ग खोलता है, बल्कि यह जीवन की कठिनाइयों को भी दूर करने में मदद करता है. यदि श्रद्धा और विश्वास के साथ भगवान विष्णु का ध्यान किया जाए, तो उनकी कृपा से जीवन के सभी कार्य सफल होते हैं.

By Shaurya Punj | April 8, 2025 7:24 AM
an image

Kamada Ekadashi 2025 Mantra Jaap in Hindi: हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का अत्यधिक महत्व है, और कामदा एकादशी उन विशेष एकादशियों में से एक है जिसे विशेष पुण्यदायी माना जाता है. आज 8 अप्रैल 2025 को कामदा एकादशी का व्रत रखा जा रहा है. यह तिथि भगवान विष्णु को समर्पित है. इस दिन व्रत रखने और भक्ति भाव से भगवान विष्णु की पूजा करने से सभी पापों का नाश होता है और साधक को मोक्ष की प्राप्ति होती है. विशेष रूप से कामदा एकादशी पर विष्णु जी के मंत्रों का जाप करना अत्यंत लाभकारी माना जाता है. इससे जीवन में सुख, शांति, समृद्धि और मानसिक शुद्धि की प्राप्ति होती है.

कामदा एकादशी पर विष्णु मंत्र जाप का महत्व

शास्त्रों में उल्लेखित है कि मंत्रों में अपार शक्ति होती है. जब किसी विशेष तिथि पर, शुद्ध भाव से मंत्रों का जाप किया जाता है, तो उसका प्रभाव और भी बढ़ जाता है. कामदा एकादशी पर विष्णु मंत्रों का जाप करने से भगवान नारायण प्रसन्न होते हैं और साधक की सभी इच्छाएं पूरी होती हैं.

आज कामदा एकादशी के दिन पढ़ें विष्णु आरती, होगा हर कार्य सिद्ध 

जाप के लिए शुभ मंत्र

ॐ नमो भगवते वासुदेवाय

यह भगवान विष्णु का सर्वश्रेष्ठ और सबसे सरल मंत्र है. इसका नियमित जाप करने से मानसिक शांति मिलती है और जीवन के कष्ट दूर होते हैं.

ॐ विष्णवे नमः

यह मंत्र विष्णु जी की कृपा प्राप्त करने के लिए अत्यंत प्रभावशाली है. इस मंत्र का जाप एकाग्रता और श्रद्धा से करें.

श्री विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्र

अगर आपके पास समय है तो कामदा एकादशी पर विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना विशेष पुण्यदायी होता है. इसमें भगवान विष्णु के 1000 नामों का उच्चारण होता है, जो आत्मा को शुद्ध करता है.

ॐ श्रीं श्री लक्ष्मी-नारायणाभ्यां नमः

यह मंत्र विष्णु-लक्ष्मी दोनों की कृपा पाने के लिए उपयुक्त है. आर्थिक समृद्धि और सौभाग्य के लिए इसे जपें.

मंत्र जाप की विधि

  • प्रातः स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें.
  • भगवान विष्णु के समक्ष दीप जलाएं और पुष्प अर्पित करें.
  • शांत स्थान पर आसन लगा कर मन को स्थिर करें.
  • कम से कम 108 बार (एक माला) मंत्रों का जाप करें.

श्री विष्णु स्तुति (Vishnu Stuti)

शांताकारं भुजगशयनं पद्मनाभं सुरेशं,
विश्वाधारं गगनसदृशं मेघवर्ण शुभाङ्गम्.
लक्ष्मीकांतं कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यम्,
वन्दे विष्णुं भवभयहरं सर्वलोकैकनाथम्॥

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version