Kamika Ekadashi 2025: इस दिन है कामिका एकादशी, जानिए तारीख, पूजा विधि

Kamika Ekadashi 2025: कामिका एकादशी का व्रत हर वर्ष सावन मास की एकादशी तिथि को रखा जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो भक्त श्रद्धा पूर्वक इस व्रत का पालन करते हैं, उन्हें जीवन के समस्त कष्टों से मुक्ति मिलती है और भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है. चूंकि एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय है, इसलिए इस दिन का विशेष महत्व होता है. आइए जानते हैं कामिका एकादशी व्रत 2025 के नियम क्या हैं.

By Shaurya Punj | July 9, 2025 11:29 AM
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Kamika Ekadashi 2025: हिंदू धर्म में एकादशी तिथि को अत्यंत पवित्र माना गया है, और श्रावण मास में आने वाली कामिका एकादशी का विशेष धार्मिक महत्व होता है. यह दिन भगवान विष्णु की आराधना और भक्ति के लिए समर्पित है. मान्यता है कि इस व्रत को श्रद्धा व विधिपूर्वक करने से समस्त पापों से मुक्ति मिलती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है. आइए जानें कामिका एकादशी 2025 की तिथि, पूजन विधि, पारण समय और इसका महत्व.

कामिका एकादशी 2025: तिथि व शुभ मुहूर्त

  • व्रत तिथि: 21 जुलाई 2025, सोमवार
  • एकादशी आरंभ: 20 जुलाई 2025 को दोपहर 12:12 बजे
  • एकादशी समाप्ति: 21 जुलाई 2025 को सुबह 09:38 बजे
  • पारण मुहूर्त: 22 जुलाई 2025 को सुबह 05:07 से 07:05 बजे तक
  • द्वादशी समाप्ति: 22 जुलाई 2025 को सुबह 07:05 बजे

कामिका एकादशी का महत्व

धार्मिक ग्रंथों में वर्णित है कि कामिका एकादशी व्रत करने से गंगास्नान जितना पुण्य प्राप्त होता है. इस दिन भगवान विष्णु के श्रीधर स्वरूप की विशेष पूजा की जाती है. भक्तों को इस व्रत से सुख, शांति, समृद्धि और मोक्ष की प्राप्ति होती है. इस अवसर पर दान-पुण्य, विशेषकर अन्न, वस्त्र व जलपात्र का दान करने से अक्षय पुण्य मिलता है. मानसिक, वाणी और कर्म की पवित्रता बनाए रखने पर श्रीहरि की कृपा प्राप्त होती है. तुलसी माता के 108 नामों का जाप करना भी शुभ माना जाता है.

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कामिका एकादशी व्रत एवं पूजा विधि

  • सुबह स्नान कर व्रत का संकल्प लें.
  • भगवान विष्णु की प्रतिमा या चित्र के सामने दीप जलाकर पूजा करें.
  • पीले फूल, फल, पंचामृत और तुलसी पत्र अर्पित करें.
  • दिनभर फलाहार करें और “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” जैसे मंत्रों का जाप करें.
  • अगले दिन द्वादशी को पारण कर व्रत पूर्ण करें.

कामिका एकादशी क्यों रखें?

कामिका एकादशी केवल धार्मिक कर्मकांड नहीं, बल्कि आत्मिक शुद्धि और मानसिक संतुलन प्राप्त करने का माध्यम है. यह व्रत नकारात्मक विचारों से मुक्ति दिलाकर जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है. यदि आप जीवन की परेशानियों से छुटकारा पाना चाहते हैं और ईश्वर की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो कामिका एकादशी का व्रत अवश्य करें.

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