Lal Kitab : अगर लगातार बीमार रहते हैं तो ये 3 लाल किताब उपाय आजमाएं, असर होगा तुरंत
Lal Kitab : लाल किताब के उपाय सरल जरूर हैं, लेकिन यदि श्रद्धा से किए जाएं तो ये अत्यंत प्रभावशाली होते हैं. बार-बार बीमार पड़ना सिर्फ शरीर का संकेत नहीं, बल्कि यह ग्रहों की चेतावनी भी हो सकती है.
By Ashi Goyal | July 15, 2025 10:57 PM
Lal Kitab : शरीर जब बार-बार बीमार पड़ता है, दवाएं असर नहीं करतीं, और थकावट हमेशा बनी रहती है, तो यह केवल शारीरिक कारण नहीं, बल्कि ग्रह दोषों का परिणाम भी हो सकता है. लाल किताब एक ऐसी अद्भुत ज्योतिषीय प्रणाली है, जो सरल और घरेलू उपायों द्वारा जीवन की समस्याओं को दूर करने में सहायक मानी जाती है, यदि आप या आपके परिवार का कोई सदस्य लंबे समय से किसी बीमारी से जूझ रहा है, और समाधान नहीं मिल रहा, तो लाल किताब के ये उपाय आपके लिए चमत्कारिक सिद्ध हो सकते हैं:-
– तांबे के लोटे से सूर्य को अर्घ्य देना
यदि किसी व्यक्ति को थकावट, हड्डियों में दर्द या बार-बार बुखार की शिकायत हो, तो यह सूर्य ग्रह की कमजोरी का संकेत हो सकता है.
लाल किताब के अनुसार, रोज़ सुबह खाली पेट तांबे के लोटे में जल, लाल फूल और चुटकीभर रोली डालकर सूर्य को अर्घ्य दें.
यह उपाय शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाता है और ऊर्जा का संचार करता है.
– सिरहाने फिटकरी रखना और हर शनिवार बदलना
अगर कोई व्यक्ति बीमार रहते-रहते उदास, चिड़चिड़ा या अनिद्रा से परेशान हो, तो यह नजर दोष या शनि प्रभाव का लक्षण हो सकता है.
लाल किताब में बताया गया है कि एक टुकड़ा साफ फिटकरी सिरहाने रखकर सोएं और शनिवार को बदल दें.
इससे नेगेटिव एनर्जी हटती है और मानसिक शांति मिलती है.
– घर में काले तिल और उड़द की दाल का प्रयोग
बार-बार अस्पष्ट बीमारी होना, रिपोर्ट में कुछ न आना और डर महसूस होना – ये राहु-केतु के दुष्प्रभाव के लक्षण हो सकते हैं.
इसके लिए शनिवार या अमावस्या के दिन काले तिल और काली उड़द दाल का दान करें, या इन्हें पानी में बहा दें.
इससे राहु-केतु शांत होते हैं और बीमारी में आराम आने लगता है.
– ध्यान देने योग्य बातें
इन उपायों को श्रद्धा और नियमितता से करें.
कोई भी लाल किताब उपाय शुरू करने से पहले साफ मन और शरीर रखें.
उपाय के साथ-साथ सकारात्मक सोच और सत्कर्म भी आवश्यक हैं.
लाल किताब के उपाय सरल जरूर हैं, लेकिन यदि श्रद्धा से किए जाएं तो ये अत्यंत प्रभावशाली होते हैं. बार-बार बीमार पड़ना सिर्फ शरीर का संकेत नहीं, बल्कि यह ग्रहों की चेतावनी भी हो सकती है. इन उपायों से आपको ना केवल राहत मिलेगी, बल्कि आपके जीवन में स्वास्थ्य और संतुलन भी लौटेगा.