Maha Kumbh 2025: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के दौरान बुधवार तड़के हुए हादसे के बाद स्थिति अब सामान्य हो गई है. श्रद्धालु निरंतर त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. अब अखाड़ों का अमृत स्नान भी शुरु हो गया है.
महाकुंभ के मौनी अमावस्या स्नान पर्व के अवसर पर संगम तट पर अखाड़ों के साधु संतों का स्नान प्रारंभ हो गया है. मेला क्षेत्र में अत्यधिक भीड़ और भगदड़ जैसी अप्रिय परिस्थितियों के कारण अखाड़ों के अमृत स्नान में विलंब हुआ है. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद और हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने कहा, “हमारा प्रयास रहेगा कि सभी अखाड़े स्नान करें. हम अपने अनुयायियों की संख्या को सीमित रखेंगे.”
Mahakumbh 2025 में आज मौनी अमावस्या पर भगदड़ के बाद अखाड़ों ने लिया ये निर्णय
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दरअसल, बुधवार को मौनी अमावस्या के अवसर पर अमृत स्नान के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु एकत्रित हुए थे, जिसके कारण संगम घाट पर भगदड़ मच गई. इस घटना में 30 महिलाएं घायल हो गईं, जिन्हें उपचार के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाकर एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल भेजा गया.
आज महाकुंभ का दूसरा अमृत स्नान
आज प्रयागराज में महाकुंभ का दूसरा अमृत स्नान आयोजित किया जा रहा है. मौनी अमावस्या के अवसर पर इस महाकुंभ में 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के स्नान करने की संभावना है. हालांकि, इससे पहले संगम तट पर भगदड़ की घटना हुई, जिसमें कई श्रद्धालु घायल हो गए. घायलों को महाकुंभ नगर के केंद्रीय अस्पताल और प्रयागराज के एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
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