महाकुंभ के पहले ही दिन हो रहा शुभ संयोग का ये निर्माण

Mahakumbh 2025: महाकुंभ मेले का आरंभ 13 जनवरी 2025, सोमवार को पौष पूर्णिमा के दिन होगा. यह मान्यता है कि महाकुंभ के अवसर पर संगम स्नान करने से लाभकारी फल प्राप्त होते हैं.

By Shaurya Punj | January 2, 2025 2:35 PM
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Mahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में वर्तमान में महाकुंभ की तैयारियां जारी हैं. महाकुंभ का आयोजन 13 जनवरी, 2025 से 26 फरवरी 2025 तक निर्धारित किया गया है. इस बार का महाकुंभ अत्यधिक विशाल स्तर पर आयोजित किया जा रहा है, जिसमें करोड़ों श्रद्धालु भाग लेंगे और संगम पर अपनी आस्था व्यक्त करेंगे. इस बार महाकुंभ के पहले दिन शुभ संयोग का निर्माण हो रहा है, यहां से जानें

महाकुंभ के आरंभ के दिन शुभ संयोग का निर्माण

महाकुंभ जिस दिन प्रारंभ होगा, उस दिन रवि योग के निर्माण से स्नान और दान का महत्व और भी बढ़ जाएगा. महाकुंभ के पहले दिन रवि योग सुबह 07:15 से 10:38 बजे तक रहेगा. हिंदू धर्म में रवि योग को अत्यंत लाभकारी माना जाता है.

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महाकुंभ क्या है

प्रयागराज में वर्ष 2025 में होने वाले मेले को महाकुंभ कहा जाता है. यह ध्यान देने योग्य है कि जब प्रयागराज में 12 बार पूर्णकुंभ का आयोजन होता है, तब उसे महाकुंभ का नाम दिया जाता है. पूर्णकुंभ हर 12 वर्ष में एक बार आयोजित होता है, जबकि महाकुंभ 12 पूर्णकुंभ के बाद एक बार होता है.

महाकुंभ में 6 प्रमुख स्नान होंगे

महाकुंभ के आयोजन के साथ ही 6 प्रमुख स्नान का आयोजन किया जाएगा. पहला प्रमुख स्नान पौष पूर्णिमा के अवसर पर 13 जनवरी 2025 को होगा, जो महाकुंभ की शुरुआत का प्रतीक है. इसके बाद मकर संक्रांति पर 14 जनवरी 2025 को दूसरा प्रमुख स्नान आयोजित किया जाएगा. तीसरा स्नान मौनी अमावस्या के दिन 29 जनवरी 2025 को होगा. चौथा प्रमुख स्नान बसंत पंचमी के अवसर पर 3 फरवरी 2025 को होगा. पांचवां स्नान माघी पूर्णिमा पर 12 फरवरी 2025 को होगा. अंत में, छठा और अंतिम प्रमुख स्नान महाशिवरात्रि के दिन, 26 फरवरी 2025 को महाकुंभ के समापन के साथ होगा.

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