महाशिवरात्रि का महत्व:
महाशिवरात्रि का पर्व भगवान शिव की विवाहोत्सव के रूप में मनाया जाता है.
इस दिन भगवान शिव ने माता पार्वती को अर्धागिनी स्वीकार किया था.
इस दिन व्रत रखने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है.
महाशिवरात्रि का व्रत सभी पापों का नाश करने वाला माना जाता है.
प्रदोष व्रत का महत्व:
प्रदोष व्रत भगवान शिव को समर्पित है.
हर महीने की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है.
इस दिन व्रत रखने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है.
प्रदोष व्रत मनोकामना पूर्ण करने वाला माना जाता है.
महाशिवरात्रि और प्रदोष व्रत का संयोग:
इस साल 8 मार्च 2024 को महाशिवरात्रि और प्रदोष व्रत का संयोग पड़ रहा है.
यह एक अत्यंत शुभ संयोग है जो शिव भक्तों के लिए अत्यंत फलदायी है.
इस दिन व्रत रखने से भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष कृपा प्राप्त होती है.
इस व्रत को रखने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
व्रत रखने की विधि:
इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें.
स्वच्छ वस्त्र धारण करें.
भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करें.
दिन भर व्रत रखें.
शाम को फिर से स्नान करें.
भगवान शिव और माता पार्वती की आरती करें.
रात्रि में जागरण करें.
अगले दिन सुबह स्नान करके पारण करें.
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847
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