Shiv Ji Ki Aarti: आज महाशिवरात्रि पर जरूर करें ये आरती, ॐ जय शिव ओंकारा स्वामी जय शिव ओंकारा
Shiv Ji Ki Aarti: शिव मंदिरों में शिवलिंग का अभिषेक कर भक्त कीर्तन कर भोले बाबा का गुणगान कर रहे है. महाशिवरात्रि की पूजा का समापन भगवान शिव जी की आरती से होती है.
By Radheshyam Kushwaha | March 8, 2024 6:56 AM
Shiv Ji Ki Aarti: महाशिवरात्रि पर आज सभी शिव मंदिरों में भगवान शिव की पूजा-अर्चना के लिए भीड़ जुटी है. शहर के शिव व देवी मंदिरों में महाशिवरात्रि महोत्सव की धूम है. कहीं विवाह गीत तो कहीं मड़वा-मटकोर का कार्यक्रम आयोजित किया गया है. आज सभी शिव मंदिरों में पूजन-अर्चन और दर्शनों के लिए सुबह से ही भक्तों का तांता लगा हुआ है. शिव मंदिरों में शिवलिंग का अभिषेक कर भक्त कीर्तन कर भोले बाबा का गुणगान कर रहे है. महाशिवरात्रि की पूजा का समापन भगवान शिव जी की आरती से होती है. शिव जी की आरती के लिए कुछ नियम हैं, जिनका पालन जरूरी है.
भगवान शिव की आरती
जय शिव ओंकारा, स्वामी ॐ जय शिव ओंकारा । ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव…॥ एकानन चतुरानन पंचानन राजे । हंसानन गरुड़ासन वृषवाहन साजे ॥ ॐ जय शिव…॥ दो भुज चार चतुर्भुज दस भुज अति सोहे। त्रिगुण रूपनिरखता त्रिभुवन जन मोहे ॥ ॐ जय शिव…॥ अक्षमाला बनमाला रुण्डमाला धारी । चंदन मृगमद सोहै भाले शशिधारी ॥ ॐ जय शिव…॥ श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे । सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे ॥ ॐ जय शिव…॥ कर के मध्य कमण्डलु चक्र त्रिशूल धर्ता । जगकर्ता जगभर्ता जगसंहारकर्ता ॥ ॐ जय शिव…॥ ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका । प्रणवाक्षर मध्ये ये तीनों एका ॥ ॐ जय शिव…॥ काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रह्मचारी । नित उठि भोग लगावत महिमा अति भारी ॥ ॐ जय शिव…॥ त्रिगुण शिवजी की आरती जो कोई नर गावे । कहत शिवानंद स्वामी मनवांछित फल पावे ॥ ॐ जय शिव…॥ जय शिव ओंकारा हर ॐ शिव ओंकारा| ब्रह्मा विष्णु सदाशिव अद्धांगी धारा॥ ॐ जय शिव ओंकारा…॥