Naag Panchami 2025 कब, जानिए पूजा का शुभ मुहूर्त और सही विधि
Naga Panchami 2025: नागपंचमी का पर्व हर साल श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है. इस दिन शिवजी और नाग देवता की विशेष पूजा की जाती है. भक्त मंदिरों में जाकर शिवलिंग का अभिषेक करते हैं, और नाग देवता की पूजा करके उन्हें दूध, दही, चावल और मिठाई का भोग लगाते हैं. 2025 में नागपंचमी 29 जुलाई को मनाई जाएगी. ज्योतिषाचार्य डॉ. गौरव कुमार दीक्षित के अनुसार, इस दिन पूजा करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है, खासकर उन लोगों को लाभ मिलता है जिनकी कुंडली में कालसर्प दोष है.
By Samiksha Singh | May 16, 2025 8:25 PM
Naag Panchami 2025: हिंदू धर्म में श्रावण मास का विशेष महत्व होता है, और इस पावन महीने में आने वाला नागपंचमी का पर्व आस्था, भक्ति और परंपरा का प्रतीक है. नाग देवता की कृपा पाने के लिए श्रद्धालु इस दिन विधिपूर्वक पूजा करते हैं. भोलेनाथ को प्रिय यह पर्व कालसर्प दोष से मुक्ति दिलाने वाला भी माना जाता है.
नागपंचमी 2025 कब है?
साल 2025 में नागपंचमी का पावन पर्व 29 जुलाई, मंगलवार को मनाया जाएगा. यह तिथि श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को आती है, और इस दिन का विशेष धार्मिक महत्व होता है. माना जाता है कि इस दिन नाग देवता प्रसन्न होकर अपने भक्तों को आशीर्वाद देते हैं.
नागपंचमी 2025 का शुभ मुहूर्त
पूजा के लिए सबसे उत्तम समय ब्रह्म मुहूर्त से शुरू होता है. 2025 में नागपंचमी की पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 5:41 मिनट से लेकर 8:23 मिनट तक रहेगा. कुल 2 घंटे 43 मिनट की यह अवधि पूजा और व्रत के लिए अत्यंत शुभ मानी गई है. इस दौरान पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है.
नागपंचमी की पूजा विधि
सबसे पहले सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और व्रत का संकल्प लें.
फिर नजदीकी मंदिर जाकर शिवलिंग का दूध, जल व बेलपत्र से अभिषेक करें.
घर में या मंदिर में नाग देवता की तस्वीर या प्रतीक बनाकर उनकी पूजा करें.
नाग देवता के आठ रूपों — अनंत, वासुकी, पद्म, महापद्म, तक्षक, कुलीर, कर्कट और शंख — की विधिपूर्वक पूजा करें.
पूजा में दही, चावल, दूध, फूल और मिठाई अर्पित करें.
नाग मंत्रों का जाप करें और दिन के अंत में जरूरतमंदों को दान दें. इससे घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है.