Nautapa 2025 के दौरान करें ये धार्मिक उपाय, तपन से मिलेगी राहत
Nautapa 2025 Ke Upay: जब सूर्यदेव ज्येष्ठ माह में रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते हैं, तो धरती गर्म हो जाती है. इस समय को नौतपा कहा जाता है. इस बार भी नौतपा का समय आ रहा है. इस अवधि में सूर्य की गर्मी न केवल मौसम को प्रभावित करती है, बल्कि यह जीवन के विभिन्न क्षेत्रों पर भी असर डालती है. ऐसे में यदि कुछ विशेष धार्मिक उपाय किए जाएं, तो इन दिनों की गर्मी से राहत मिलने के साथ-साथ भाग्य में भी सुधार संभव है.
By Shaurya Punj | May 17, 2025 11:38 AM
Nautapa 2025 Ke Upay: नौतपा (या नौतप्पा) सूर्य के अधिक प्रचंड रूप का वह विशेष काल होता है जब गर्मी अपने चरम पर होती है. यह अवधि सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करने से शुरू होती है और नौ दिनों तक चलती है. इस दौरान सूर्य की तपिश न केवल मौसम को प्रभावित करती है, बल्कि मान्यता है कि इसका असर जीवन के हर क्षेत्र पर भी होता है – खासकर स्वास्थ्य, धन और मानसिक स्थिति पर. ऐसे में यदि कुछ विशेष धार्मिक उपाय किए जाएं, तो इन दिनों की तपन से राहत मिलने के साथ-साथ भाग्य में भी सुधार आ सकता है.
जल अर्पण (अर्घ्य देना)
नौतपा में सुबह-सुबह तांबे के लोटे से सूर्य को जल चढ़ाना अत्यंत शुभ माना जाता है. जल में लाल फूल, अक्षत और रोली डालकर अर्घ्य देने से सूर्य देव प्रसन्न होते हैं और शरीर को ऊर्जा, सम्मान और सफलता का आशीर्वाद मिलता है.
नियमित रूप से “ॐ घृणि सूर्याय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करने से मानसिक शांति और स्वास्थ्य लाभ होता है. यह मंत्र सूर्य की सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है और नकारात्मकता को दूर करता है.
जल का दान करें
नौतपा की भीषण गर्मी में प्यासों को पानी पिलाना या सड़कों पर जल पात्र रखना एक पुण्य कार्य है. इससे पितृदोष शांत होता है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है.
नीम व तुलसी का प्रयोग
घर में नीम के पत्ते या तुलसी जल का छिड़काव करने से वातावरण शुद्ध रहता है और बीमारियां दूर रहती हैं. यह उपाय विशेष रूप से गर्मी जनित रोगों से बचाता है.
गौसेवा और छायादान
इन दिनों गायों को पानी पिलाना, चारा देना और किसी जरूरतमंद को छाता या पानी की बोतल दान करना अत्यंत शुभ माना जाता है.