Operation Sindoor: भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई को एक नई दिशा में आगे बढ़ाते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की शुरुआत की है. इस ऑपरेशन के अंतर्गत भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान और PoK में स्थित 9 आतंकवादी ठिकानों पर लक्षित हमले किए हैं. यह कार्रवाई रात के डेढ़ बजे के आसपास की गई. यह हमला बहावलपुर, कोटली और मुजफ्फराबाद में किया गया.
क्या है ऑपरेशन सिंदूर
ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा 7 मई 2025 की रात को पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में नौ आतंकवादी ठिकानों पर किए गए एक सटीक और संयमित सैन्य अभियान का नाम है. इस ऑपरेशन के दौरान, 7 मई 2025 की रात को चंद्रमा सिंह राशि में था और नक्षत्र पूर्वा फाल्गुनी था. 7 मई 2025 को सुबह 6:17 बजे तक पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र रहा, जिसके बाद उत्तर फाल्गुनी नक्षत्र प्रारंभ हुआ.
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ऑपरेशन सिंदूर के दौरान कौन सा नक्षत्र था
पंडित दिग्विजय पांडे ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र का प्रभाव महत्वपूर्ण था. हिंदू ज्योतिष में, पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र को सौंदर्य, प्रेम, रचनात्मकता और शक्ति का प्रतीक माना जाता है. यह नक्षत्र साहसिक और निर्णायक कार्यों के लिए शुभ माना जाता है, जो इस सैन्य अभियान की प्रकृति के अनुरूप है.
पूर्व फाल्गुनी नक्षत्र: शक्ति, समर्पण और विजय का प्रतीक
हिंदू ज्योतिष में पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र को भगवान शिव और मां दुर्गा की कृपा का प्रतीक माना जाता है. यह नक्षत्र शक्ति, सौंदर्य, साहस और धार्मिक कर्तव्यों का प्रतीक है. इस नक्षत्र के अंतर्गत शुरू किए गए कार्यों में दिव्य संरक्षण और सफलता की संभावना अधिक होती है.
‘सिंदूर’ नाम और धार्मिक भाव
सिंदूर केवल एक सैन्य अभियान का नाम नहीं है, बल्कि यह सनातन संस्कृति का प्रतीक भी है. इसे देवी शक्ति का स्वरूप माना जाता है और यह मंगल, सौभाग्य और रक्षा का प्रतीक है. यह नाम नारी शक्ति, भारत माता के सम्मान और धर्म की रक्षा के संकल्प का परिचायक है.
धर्मयुद्ध का रूप लेता सैन्य अभियान
जब यह अभियान आरंभ हुआ, तब चंद्रमा सिंह राशि में था—जो कि निर्भीकता, आत्मविश्वास और नेतृत्व का प्रतीक है. सिंह राशि और पूर्व फाल्गुनी नक्षत्र का यह मिलन एक धर्मयुद्ध के समान प्रतीत हुआ, जिसमें अधर्म और आतंक के विनाश के लिए धर्म और साहस ने आगे बढ़कर कदम उठाया.
ज्योतिषीय दृष्टि से शुभ संकेत
पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र को विवाह, यज्ञ, युद्ध की शुरुआत और विजय के कार्यों के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है. इस नक्षत्र में आरंभ किया गया यह अभियान न केवल सामरिक दृष्टि से, बल्कि धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से भी सफल और उचित माना जा सकता है.
“ऑपरेशन सिंदूर” केवल एक सैन्य अभियान नहीं था, बल्कि यह धर्म, संस्कृति और राष्ट्र की सुरक्षा का एक दृढ़ संकल्प था, जिसे ब्रह्मांडीय संयोगों ने भी समर्थन प्रदान किया. पूर्वा व फाल्गुनी नक्षत्र की छाया में आरंभ हुआ यह पवित्र युद्ध आने वाली पीढ़ियों के लिए धर्म और शौर्य का संदेश देता रहेगा.
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