Parivartini Ekadashi 2024 Date: भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को परिवर्तिनी एकादशी मनाई जाती है. इसे जलझूलनी एकादशी भी कहते हैं. जल्द ही इसे मनाया जाएगा. जानें ज्योतिषाचार्य इसकी डेट, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि समेत इसका महत्व
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परिवर्तिनी एकादशी किस दिन मनाई जाएगी ?
इस साल परिवर्तिनी एकादशी का व्रत 14 सितंबर शनिवार को रखा जाएगा.
उदया तिथि के अनुसार परिवर्तिनी एकादशी की पूजा का शुभ मुहूर्त 14 सितंबर की सुबह 07:38 बजे से सुबह 09:11 बजे तक है.
कैसे करें परिवर्तिनी एकादशी की पूजा ?
परिवर्तिनी एकादशी के दिन पूजा से पहले सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें.
एक साफ और पवित्र स्थान पर पूजा की व्यवस्था करें. वहां भगवान विष्णु की तस्वीर या प्रतिमा स्थापित करें.
भगवान विष्णु की प्रतिमा को पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद और चीनी) से स्नान कराएं.
इस दिन विशेष रूप से भगवान विष्णु के भजन, स्तोत्र और मंत्र का उच्चारण करें. ‘विष्णु सहस्त्रनाम’ का पाठ करना भी शुभ माना जाता है.
इस दिन व्रति (व्रति की उपासना) का पालन करें. पूरे दिन उपवासी रहें और केवल फल-फूल का सेवन करें.
इस दिन ब्राह्मणों को दान देना और गरीबों की मदद करना भी महत्वपूर्ण होता है.
रात्रि को भगवान की भक्ति में जागरण करें. इस समय कथा, भजन, और कीर्तन करें.
दूसरे दिन प्रात: ब्राह्मणों को भोजन कराएं और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें.
परिवर्तिनी एकादशी का महत्व क्या है ?
परिवर्तिनी एकादशी का धार्मिक शास्त्रों के अनुसार अहम महत्व है, कहा जाता है जो व्यक्ति इस दिन व्रत करता है, उसकी कुंडली में मौजूद हर ग्रह की स्थिति शुभ हो जाती है. इसके अलावा चंद्रमा भी मजबूत स्थिति में आ जाता है.
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