Raksha Bandhan Kab Hai: इस दिन मनाया जाएगा रक्षाबंधन, जानें राखी बांधने का सही वक्त
Raksha Bandhan Kab hai, 2025 date, shubh muhurat: जानिए रक्षाबंधन कब मनाया जाएगा, राखी बांधने का शुभ समय कितने घंटे रहेगा और इस खास अवसर पर किन बातों का ध्यान रखना आवश्यक है. पंचांग के अनुसार शुभ मुहूर्त में ही राखी बांधने की परंपरा है, इसलिए सही समय की जानकारी बेहद जरूरी है.
By Shaurya Punj | August 4, 2025 5:49 PM
Raksha Bandhan Kab hai , Date, Shubh Muhurat2025: रक्षाबंधन भाई-बहन के अटूट प्रेम और सुरक्षा के वचन का पावन त्योहार है. इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर उसके सुख, समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करती हैं, जबकि भाई जीवनभर उसकी रक्षा का संकल्प लेता है. यह पर्व प्रतिवर्ष श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है. लेकिन वर्ष 2025 में लोगों के मन में यह भ्रम है कि रक्षाबंधन 8 अगस्त को है या 9 अगस्त को? आइए जानें रक्षाबंधन की सटीक तिथि क्या है और राखी बांधने का शुभ मुहूर्त कब रहेगा.
कब है रक्षाबंधन 2025? जानिए तिथि और शुभ मुहूर्त (Raksha Bandhan Kab hai and shubh muhurat)
रक्षाबंधन 2025 को लेकर लोगों में भ्रम की स्थिति बनी हुई है कि यह पर्व 8 अगस्त को मनाया जाएगा या 9 अगस्त को. आइए जानते हैं पंचांग के अनुसार इसकी सही तिथि और कारण:
श्रावण पूर्णिमा तिथि प्रारंभ: 8 अगस्त 2025, दोपहर 2:12 बजे
श्रावण पूर्णिमा तिथि समाप्त: 9 अगस्त 2025, दोपहर 1:24 बजे
पंचांग के अनुसार, उदया तिथि यानी जिस दिन सूर्योदय के समय पूर्णिमा हो, उसी दिन रक्षाबंधन मनाया जाता है. इस आधार पर रक्षाबंधन 2025 की सही तिथि 9 अगस्त, शनिवार को रहेगी. इसी दिन राखी बांधने और भाई-बहन के प्रेम का उत्सव पूरे देश में मनाया जाएगा.
रक्षाबंधन 2025 में राखी बांधने का शुभ मुहूर्त क्या है?(Shubh Muhurat for tying Rakhi on Raksha Bandhan 2025)
पंचांग के अनुसार, रक्षाबंधन 2025 के दिन राखी बांधने के लिए शुभ समय काफी लंबा रहेगा. इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी सुबह 5:35 बजे से लेकर दोपहर 1:24 बजे तक बांध सकती हैं. इसके बाद भाद्रपद मास की प्रतिपदा तिथि आरंभ हो जाएगी, जो राखी बांधने के लिए शुभ नहीं मानी जाती. इसलिए शुभ फल की कामना करते हुए इसी निर्धारित समय में राखी बांधना उत्तम रहेगा.
रक्षाबंधन का सांस्कृतिक महत्व (Cultural Significance of Raksha Bandhan)
रक्षाबंधन केवल भाई-बहन के प्रेम का पर्व नहीं है, बल्कि इसका सामाजिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व भी गहरा है. इस दिन बहनें अपने भाई की रक्षा की कामना के साथ-साथ परिवार और समाज की समृद्धि व सुरक्षा की भी प्रार्थना करती हैं. कई जगहों पर पर्यावरण संरक्षण के प्रतीक स्वरूप पेड़ों को राखी बांधी जाती है, वहीं बहनें सैनिकों को राखी भेजकर उनका सम्मान करती हैं. कुछ स्थानों पर गुरु, मित्र या अन्य प्रियजनों को भी राखी बांधने की परंपरा निभाई जाती है.