Ram Navami 2025: इस साल राम नवमी 3 दुर्लभ योगों का महासंगम, हर शुभ काम के लिए श्रेष्ठ दिन

Ram Navami 2025: कल यानी 6 अप्रैल को राम नवमी का उत्सव मनाया जाएगा. चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की नवमी को भगवान राम का जन्म हुआ था, इसलिए इस दिन राम नवमी का पर्व मनाया जाता है. इस वर्ष राम नवमी पर कई विशेष योग बन रहे हैं. राम नवमी के अवसर पर कुछ उपाय करने से इच्छाएं पूरी हो सकती हैं. राम नवमी के योग और उपायों के बारे में विस्तार से जानें.

By Shaurya Punj | April 5, 2025 7:38 AM
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Ram Navami 2025 Shubh Yog: राम नवमी, यानी वो पावन दिन जब अयोध्या के राजा दशरथ के घर भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था. हर साल की तरह इस साल भी चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को श्रीराम का जन्मोत्सव मनाया जाएगा लेकिन 2025 में ये दिन कुछ ज्यादा ही खास है. क्योंकि इस साल राम नवमी पर 3 दुर्लभ योग बन रहे हैं, जिन्हें शास्त्रों में बेहद शुभ और फलदायी माना गया है.

राम नवमी 2025 कब है?

  • तिथि आरंभ: 5 अप्रैल 2025, शाम 7:27 बजे
  • तिथि समाप्त: 6 अप्रैल 2025, शाम 7:24 बजे
  • राम नवमी मनाने की तिथि: 6 अप्रैल 2025 (शनिवार)
  • इस दिन चैत्र नवरात्रि का अंतिम दिन भी होगा, यानी मां दुर्गा की पूजा का समापन और श्रीराम के स्वागत का दिन. शक्ति और शांति का अद्भुत संगम.

क्या हैं वो 3 दुर्लभ योग जो इस दिन को बना रहे हैं बेहद शुभ?

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रवि पुष्य योग

समय: 6 अप्रैल सुबह 6:18 बजे से 7 अप्रैल सुबह 6:17 बजे तक

इस योग में किया गया कोई भी कार्य कभी विफल नहीं होता. शास्त्रों के अनुसार यह खरीदारी, नया व्यापार शुरू करने और मंत्र सिद्धि के लिए सर्वोत्तम होता है.

सर्वार्थ सिद्धि योग

समय: 6 अप्रैल को पूरे दिन

यह योग सभी प्रकार की मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाला माना जाता है. कोई भी शुभ कार्य इस दिन किया जाए, वह सफल और फलदायी होता है.

सुकर्मा योग

समय: 6 अप्रैल को सुबह से शाम 6:55 बजे तक

यह योग कर्म और परिणाम को जोड़ता है. यानी मेहनत करने वाले को उसका फल जरूर मिलता है. इस दिन पढ़ाई, नौकरी, धन निवेश या संकल्प लेना विशेष फल देता है.

राम नवमी के दिन क्या करें? (पूजा-विधान और नियम)

  • सुबह जल्दी उठें, स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें.
  • रामचरितमानस का बाल कांड पढ़ें या सुनें — विशेष रूप से श्रीराम जन्म की चौपाइयां.
  • तुलसी के पत्तों पर 108 बार “श्रीराम” लिखकर उन्हें भगवान को अर्पित करें — ये साधना भक्त को श्रीराम की कृपा के बहुत करीब लाती है.
  • घर में कीर्तन, भजन या रामायण पाठ का आयोजन करें.
  • कुछ ना कुछ दान जरूर करें — जैसे अन्न, वस्त्र या किसी जरूरतमंद की मदद.
  • इस दिन को आत्मचिंतन, मौन और ध्यान के साथ बिताएं. खुद से जुड़ने और श्रीराम के आदर्शों को समझने का यही दिन है.

इस राम नवमी को क्यों न बनाएं नई शुरुआत का प्रतीक?

राम नवमी सिर्फ जन्मोत्सव नहीं है, बल्कि मर्यादा, संयम और धर्म के रास्ते पर चलने की प्रेरणा है.

इस साल बन रहे शुभ योग हमें इशारा कर रहे हैं कि जो भी शुभ कार्य शुरू करना हो, यह उसका सबसे सही समय है. चाहे नई नौकरी हो, बिजनेस, पढ़ाई में संकल्प, शादी की बात, या आध्यात्मिक साधना ये दिन हर शुरुआत के लिए बेस्ट मुहूर्त लेकर आया है.

जन्मकुंडली, वास्तु, तथा व्रत त्यौहार से सम्बंधित किसी भी तरह से जानकारी प्राप्त करने हेतु दिए गए नंबर पर फोन करके जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.

ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847

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