Sawan 2025 में भगवान शिव को अर्पित करें ये फूल, भोलेनाथ की कृपा होगी प्राप्त

Sawan 2025: सावन 2025 का पावन महीना भगवान शिव की उपासना के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है. इस दौरान यदि भोलेनाथ को कुछ विशेष फूल अर्पित किए जाएं, तो उनकी कृपा प्राप्त होती है. जानें कौन-से हैं वो 6 पवित्र फूल जो दुख-दरिद्रता को दूर कर सकते हैं.

By Shaurya Punj | July 12, 2025 7:02 AM
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Sawan 2025, favorite flowers of Shiva: सावन का महीना भगवान शिव की उपासना के लिए अत्यंत शुभ और फलदायक माना जाता है. यह संपूर्ण मास भक्तगण शिवलिंग का जलाभिषेक, रुद्राभिषेक, व्रत और विशेष पूजन करते हैं ताकि भोलेनाथ की कृपा प्राप्त हो सके. धार्मिक ग्रंथों में वर्णन मिलता है कि कुछ विशेष फूल ऐसे होते हैं जो शिवजी को अत्यंत प्रिय हैं और इन्हें अर्पित करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है. आइए जानते हैं वे 6 पवित्र फूल कौन-से हैं जिन्हें सावन में शिवलिंग पर अर्पित करने से दुख-दरिद्रता का नाश होता है—

आक (मदार) के फूल

आक का फूल तप और त्याग का प्रतीक माना जाता है. इसे शिवजी को चढ़ाने से पापों का नाश होता है और आत्मिक शांति प्राप्त होती है. यह फूल शिवपुराण में भी शिवजी का प्रिय बताया गया है.

धतूरा

धतूरा भले ही विषैला हो, लेकिन यह भगवान शिव को विशेष प्रिय है. समुद्र मंथन से निकले हलाहल विष को शिवजी ने धारण किया था, इसीलिए धतूरा उन्हें अर्पित करना रोगों से मुक्ति दिलाने वाला माना गया है.

बेलपत्र के साथ उसके फूल

बेलपत्र शिव पूजन का अभिन्न हिस्सा है, लेकिन इसके साथ आने वाले छोटे सफेद फूल भी अत्यंत शुभ माने जाते हैं. इन्हें चढ़ाने से शिवजी शीघ्र प्रसन्न होते हैं और साधक को विशेष पुण्य प्राप्त होता है.

कनैल (गेंदर) के फूल

कनैल के सफेद, पीले और गुलाबी फूलों को शिवलिंग पर चढ़ाना शुभफलदायक होता है. यह फूल पारिवारिक सुख, सौभाग्य और मानसिक शांति प्रदान करता है.

कमल का फूल

कमल दिव्यता और समृद्धि का प्रतीक है. शिवजी को यह फूल अर्पित करने से आर्थिक बाधाएं दूर होती हैं और लक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त होती है.

नागकेसर के फूल

नागकेसर का फूल दुर्लभ जरूर है, लेकिन अत्यंत प्रभावशाली माना गया है. इसे शिवलिंग पर चढ़ाने से ग्रहदोष शांत होते हैं और संतान सुख की प्राप्ति होती है.

सावन में यदि श्रद्धा और नियमपूर्वक इन छह पवित्र फूलों से शिवलिंग की पूजा की जाए, तो जीवन की नकारात्मकता, दरिद्रता और कष्ट स्वतः ही समाप्त हो जाते हैं. भोलेनाथ की कृपा से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और सुख-शांति का मार्ग प्रशस्त होता है.

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