Sawan Last Somvar 2025: सावन की अंतिम सोमवारी पर इन शुभ योगों में भोलेनाथ की पूजा का मिलेगा दोगुना फल

Sawan Last Somvar 2025: सावन के अंतिम सोमवार पर भक्तों को भोलेनाथ की पूजा का विशेष फल प्राप्त होने वाला है, क्योंकि इस दिन कई शुभ योगों का संयोग बन रहा है. सर्वार्थ सिद्धि, ब्रह्म और इंद्र योग जैसे दुर्लभ संयोग शिव आराधना को अत्यंत फलदायी बना देंगे. जानें कैसे करें पूजन.

By Shaurya Punj | July 31, 2025 12:47 PM
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Sawan Last Somvar: सावन माह अब समापन की ओर बढ़ रहा है. भगवान शिव को समर्पित यह पवित्र महीना विशेष रूप से सोमवार के व्रतों के लिए प्रसिद्ध है, जिन्हें अत्यंत फलदायक माना जाता है. इस वर्ष तीन सोमवारी बीत चुकी हैं और अब केवल एक अंतिम सोमवारी शेष है, जो भोलेनाथ की कृपा पाने का अंतिम विशेष अवसर मानी जा रही है. इस बार सावन की शुरुआत 11 जुलाई को हुई थी और इसका समापन 9 अगस्त को होगा. इस अवधि में कुल चार सोमवारी पड़ रही हैं, जिनमें से अब केवल एक सोमवार बचा है, जो भक्तों के लिए विशेष पुण्यदायक रहेगा.

सावन के अंतिम सोमवार को होगा कई शुभ योग

सावन का चौथा और अंतिम सोमवार इस वर्ष 4 अगस्त को पड़ेगा, और यह दिन कई शुभ योगों से युक्त होगा. इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग का दुर्लभ संयोग बन रहा है. साथ ही, चंद्रमा वृश्चिक राशि में रहकर अनुराधा और चित्रा नक्षत्र से संचार करेगा. इसके अतिरिक्त, इस पावन सोमवार को ब्रह्म योग और इंद्र योग जैसे अत्यंत शुभ योग भी बन रहे हैं, जो शिव आराधना को और अधिक फलदायक बनाएंगे.

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सावन के अंतिम सोमवार पर जरूर करें ये शुभ उपाय, मिलेगा भोलेनाथ का आशीर्वाद

  • सावन की अंतिम सोमवारी पर रुद्राभिषेक कराना अत्यंत पुण्यदायी माना जाता है. इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और ग्रह दोष शांत होते हैं. मान्यता है कि रुद्राभिषेक से भगवान शिव शीघ्र प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं.
  • इस दिन 108 बेलपत्र लें और प्रत्येक पर सफेद चंदन से “ॐ नमः शिवाय” लिखें. फिर उन्हें एक-एक करके शिवलिंग पर अर्पित करें. साथ ही, शमी पत्रों पर शहद लगाकर भोलेनाथ को अर्पित करें. यह उपाय विशेष फलदायी माना जाता है.
  • किसी शिव मंदिर में जाकर भगवान शिव की श्रद्धापूर्वक पूजा करें और फिर ज़रूरतमंदों को भोजन कराएं. अपनी सामर्थ्य के अनुसार वस्त्र, अन्न या दक्षिणा का दान करें. ऐसा करने से पुण्य मिलता है और शिव कृपा बनी रहती है.
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