Sawan Third Somvar 2025 व्रत में इन 5 गलतियों से बचें, वरना नहीं मिलेगा फल
Sawan Third Somvar 2025 : आप श्रद्धा, विधिपूर्वक और नियमों का पालन करते हुए व्रत करेंगे, तो निश्चित ही शिवजी की अनंत कृपा आपके जीवन को सुख, शांति और समृद्धि से भर देगी.
By Ashi Goyal | July 26, 2025 7:54 PM
Sawan Third Somvar 2025 : सावन का महीना भगवान शिव की उपासना के लिए अत्यंत शुभ और पुण्यदायक माना जाता है. विशेषकर सावन के सोमवार व्रत का बहुत अधिक धार्मिक महत्व है. मान्यता है कि जो भक्त सच्चे मन और सही विधि से इस व्रत को करता है, उसे शिवजी की कृपा से इच्छित फल अवश्य प्राप्त होता है. सावन 2025 का तीसरा सोमवार 28 अगस्त को पड़ रहा है, जो बहुत ही विशेष संयोग लेकर आ रहा है. लेकिन व्रत करते समय कुछ सामान्य-सी लगने वाली 5 गलतियां यदि आप कर बैठते हैं, तो आपकी साधना अधूरी रह सकती है. आइए जानते हैं वे कौन-सी गलतियां हैं, जिनसे सावधान रहना ज़रूरी है:-
– व्रत का संकल्प बिना गुरु या विधि के करना
कई लोग बिना शास्त्र-सम्मत संकल्प के व्रत आरंभ कर देते हैं.
धार्मिक दृष्टिकोण: व्रत से पहले संकल्प लेना अनिवार्य होता है.
क्या करें: सुबह स्नान कर के भगवान शिव के समक्ष दीप जलाकर संकल्प लें – “ओम नमः शिवाय, मैं आज सावन सोमवार व्रत करता/करती हूं…”
– व्रत के दौरान प्याज-लहसुन और तामसिक भोजन का सेवन
धार्मिक मान्यता: सावन में सात्विकता अत्यंत आवश्यक है.
क्या करें: फलाहार, दूध, फल, साबूदाना, सेंधा नमक आदि का ही उपयोग करें.
टिप: व्रत का उद्देश्य शरीर और मन की शुद्धि है, अतः आहार में पवित्रता रखें.
– जलाभिषेक में गंदे जल या अशुद्ध पात्र का प्रयोग
गलती: कुछ लोग प्लास्टिक या गंदे पात्र से जल अर्पण कर देते है.
क्या करें: केवल तांबे, स्टील या मिट्टी के पात्र का प्रयोग करें और गंगाजल या स्वच्छ जल से शिवलिंग का अभिषेक करें.
– पूजा के समय मोबाइल या बातचीत में ध्यान भटकाना
ध्यान रखें: पूजा में मन स्थिर रखना आवश्यक है.
क्या करें: पूजा करते समय एकांत और शांत वातावरण में बैठें. मंत्रों का उच्चारण श्रद्धा से करें.
– शिवलिंग पर तुलसी पत्र या चढ़ावे में भूल करना
धार्मिक नियम: शिवलिंग पर तुलसी पत्र, हल्दी या केतकी के फूल अर्पित करना वर्जित है.
क्या करें: बेलपत्र, धतूरा, अक्षत, शुद्ध जल, और भस्म आदि चढ़ाएं.
सावन सोमवार व्रत केवल एक कर्मकांड नहीं, बल्कि आध्यात्मिक अनुशासन और भक्ति की परीक्षा है. यदि आप श्रद्धा, विधिपूर्वक और नियमों का पालन करते हुए व्रत करेंगे, तो निश्चित ही शिवजी की अनंत कृपा आपके जीवन को सुख, शांति और समृद्धि से भर देगी.