Sawan Third Somvar 2025 : शिव जी को बेलपत्र चढ़ाने का सही तरीका, गलती की तो नहीं मिलेगा फल
Sawan Third Somvar 2025 : आप बेलपत्र को श्रद्धा और विधिपूर्वक अर्पण करेंगे, तो निश्चित ही भगवान शिव आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करेंगे और जीवन से कष्टों का नाश होगा,
By Ashi Goyal | July 26, 2025 7:55 PM
Sawan Third Somvar 2025 : सावन का पवित्र महीना भगवान शिव की उपासना के लिए सर्वोत्तम माना जाता है. विशेष रूप से सावन के सोमवार का व्रत और पूजन, शिवभक्तों के लिए अत्यंत फलदायी होता है. इस वर्ष सावन का तीसरा सोमवार 28 अगस्त 2025 को पड़ रहा है, जो एक अत्यंत शुभ संयोग लेकर आएगा. शिव पूजन में बेलपत्र का विशेष महत्व होता है. शास्त्रों में कहा गया है – यदि बेलपत्र अर्पण करते समय कुछ गलतियां की जाएं, तो उसका फल नहीं मिलता, बल्कि व्रत भी निष्फल हो सकता है. शिव जी को बेलपत्र चढ़ाने का सही तरीका :-
– बेलपत्र साफ और साबुत होना चाहिए
बेलपत्र में तीन पत्तियां जुड़ी होनी चाहिए.
कोई पत्ती फटी, सूखी या कीड़े लगी न हो.
– बेलपत्र को उल्टा न चढ़ाएं
बेलपत्र का चिकना भाग (सामने वाला भाग) ऊपर की ओर होना चाहिए.
लिखा हुआ हिस्सा या डंठल वाला भाग शिवलिंग की ओर नहीं होना चाहिए.
– बेलपत्र में चक्र और रेखा होनी चाहिए
पुराणों में वर्णन है कि शिव जी को वही बेलपत्र अधिक प्रिय होता है जिसमें स्वाभाविक रूप से चक्र और तीन रेखाएं हों.
ये चिन्ह शिव त्रिनेत्र, त्रिशूल और त्रिगुण के प्रतीक माने जाते हैं.
– सोमवार को बेलपत्र स्वयं तोड़ने से बचें
व्रत के दिन पेड़ से बेलपत्र नहीं तोड़ना चाहिए, यह दोष देता है.
पूर्व में तोड़ा गया और शुद्ध रखा गया बेलपत्र ही उपयोग करें.
– चढ़ाते समय मंत्र बोलना न भूलें
बेलपत्र अर्पित करते समय यह मंत्र बोलें –
“ओम बिल्वपत्रं समर्पयामि”
साथ ही “ओम नमः शिवाय” का जाप करते रहें.
– बेलपत्र चढ़ाने की गलती से क्या हो सकता है?
यदि बेलपत्र अशुद्ध हो, या गलत दिशा में चढ़ाया जाए, तो पूजन में दोष माना जाता है. इससे व्रत का पूर्ण फल नहीं मिलता, और ईश्वर की कृपा में विलंब हो सकता है.
सावन का तीसरा सोमवार, शिव भक्ति का पर्व है. यदि आप बेलपत्र को श्रद्धा और विधिपूर्वक अर्पण करेंगे, तो निश्चित ही भगवान शिव आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करेंगे और जीवन से कष्टों का नाश होगा.