बिना शुभ मुहूर्त देखे भी की जा सकती है शादी, यहां जानें कब

Shadi Vivah ke Abujh Muhurat 2025: हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य को शुभ मुहूर्त के बिना नहीं किया जाता है. यह मान्यता है कि यदि शुभ मुहूर्त का ध्यान रखा जाए, तो कार्य के सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं. हालांकि, हिंदू धर्म में कुछ ऐसे अबूझ मुहूर्त भी होते हैं, जिन पर विवाह के लिए शुभ मुहूर्त की आवश्यकता नहीं होती. आइए, जानते हैं कि वर्ष 2025 में कब-कब अबूझ मुहूर्त होंगे.

By Shaurya Punj | January 23, 2025 1:50 PM
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Shadi Vivah ke Abujh Muhurat 2025: हिंदू धर्म में कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य खासकर विवाह आदि के लिए ज्योतिषी पंचांग द्वारा शुभ मुहूर्त जरूर देखा जाता है. क्योंकि ऐसा माना जाता है कि शुभ मुहूर्तों में किए गए कार्यों का व्यक्ति को सकारात्मक परिणाम मिलता है और वैवाहिक जीवन सुखमय होता है,लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसी तिथि के बारे में,बताएंगे जिनपर आप बिना शुभ मुहूर्त देखे भी विवाह कर सकते हैं.

जानें कौन-कौन से दिन है,अबूझ मुहूर्त ?

हिंदू पंचांग के अनुसार ऐसे 05 विशेष दिन माने गए हैं, जब आपको पंचांग द्वारा शुभ मुहूर्त देखने की कोई जरूरत नहीं है, इन्हें ‘सिद्ध मुहूर्त’ के नाम से भी जाना जाता है.इसमें बसंत पंचमी, फुलेरा दूज, अक्षय तृतीया, विजयादशमी और देवउठनी एकादशी शामिल है, जिस दिन आप अबूझ मुहूर्त मे शादी संपन्न कर सकते हैं.

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इस साल 2025 के ये 5 शुभ अबूझ मुहूर्त

बसंत पंचमी – ज्योतिषी शास्त्र के अनुसार, हर साल माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर बसंत पंचमी का पर्व मनाया जाता है,वहीं इस इस साल बसंत पंचमी का त्यौहार रविवार, 02 फरवरी को मनाया जाएगा, जो एक अबूझ मुहूर्त हैं.

फुलेरा दूज – फाल्गुन माह में शुक्ल पक्ष द्वितीया तिथि पर फुलेरा दूज का पर्व मनाया जाता है.इसी दिन से मथुरा में होली का शुभारंभ होती है.साथ ही इस साल फुलेरा दूज का पर्व शनिवार, 01 मार्च 2025 को मनाया जाएगा, इस दिन बिना मुहूर्त देखे विवाह या शुभ कार्यक्रम आदि जैसे कार्य किए जा सकते हैं.

अक्षय तृतीया – इस दिन भी एक अबूझ मुहूर्त है, जो हर साल वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को आता हैं,ऐसे में इस साल अक्षय तृतीया बुधवार, 30 अप्रैल को मनाई जाएगी .

विजयादशमी – विजयादशमी वह दिन है जब भगवान राम ने रावण पर विजय हासिल की थी,इसे भी एक सिद्ध मुहूर्त माना जाता है.ऐसे में इस साल 2025 में विजयादशमी का पर्व गुरुवार, 02 अक्टूबर को मनाया जाएगा.इस दिन को आप कोई भी मंगल काम कर सकते हैं, जो शुभ और लाभदायक होगा.

देवउठनी एकादशी – देवउठनी एकादशी एक ऐसा दिन है, जब विवाह करना काफी शुभ माना जाता है,हर साल कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवउठनी एकादशी के रूप में मनाया जाता है, जो इस बार 01 नवंबर को होगा.यह दिन विवाह मुहुर्त के लिए अत्यंत शुभ माना गया है .

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