Shani Pradosh Vrat 2024: हिंदू पंचांग के अनुसार, हर महीने के दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है. इस बार, शनिवार, 31 अगस्त को पड़ने वाला शनि प्रदोष व्रत आपके जीवन में खुशहाली और समृद्धि लाने का एक सुनहरा अवसर है.
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ऐसे करें पूजा
प्रदोष व्रत के दिन सुबह स्नान करने के बाद भगवान शंकर, पार्वती और नंदी को पंचामृत व गंगाजल से स्नान कराएं. इसके बाद बेल पत्र, गंध, चावल, फूल, धूप, दीप, नैवेद्य (भोग), फल, पान, सुपारी, लौंग, इलायची भगवान को चढ़ाएं. पूरे दिन निराहार (संभव न हो तो एक समय फलाहार कर सकते हैं) रहें और शाम को दुबारा इसी तरह से शिव परिवार की पूजा करें. भगवान शिवजी को घी और शक्कर मिले जौ के सत्तू का भोग लगाएं. आठ दीपक आठ दिशाओं में जलाएं. भगवान शिवजी की आरती करें. भगवान को प्रसाद चढ़ाएं और उसी से अपना व्रत भी तोड़ें. उस दिन ब्रह्मचर्य का पालन करें.
खास उपाय
सुबह जल्दी उठकर तांबे के लोटे से सूर्यदेव को अर्ध्य दें. पानी में आंकड़े के फूल मिलाना न भूलें. आंकड़े के फूल भगवान शिव को बेहद प्रिय हैं.
क्यों है खास शनि प्रदोष व्रत ?
शनि प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की विशेष पूजा करने से न केवल शिवजी प्रसन्न होते हैं बल्कि सूर्यदेव की कृपा भी प्राप्त होती है. यह व्रत नकारात्मक ऊर्जा को दूर करके जीवन में सकारात्मकता लाता है.
शनि प्रदोष व्रत पर क्या करें ?
पूरे दिन एक समय फलाहार करें.
ब्रह्मचर्य का पालन करें.
भगवान शिव की आरती करें
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ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
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