Shani Upay: शनि देव को न्याय का देवता माना जाता है. कहते हैं कि जब लोग उनकी पूजा करते हैं, तो उन्हें सभी परेशानियों से छुटकारा मिलता है. यह भी माना जाता है कि शनि देव जिन पर मेहरबान होते हैं, उनकी जिंदगी में कभी कोई कमी नहीं आती. लेकिन यदि किसी पर शनि देव का शाप होता है, तो उसकी परेशानियां कभी समाप्त नहीं होतीं.
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शनि देव की पूजा का तरीका: क्या करना चाहिए और क्या नहीं
शनि देव की पूजा करने का एक विशेष तरीका है. शास्त्रों के अनुसार, शनि देव की मूर्ति के सामने सीधे खड़े होकर पूजा नहीं करनी चाहिए.इसके पीछे का कारण यह है कि शनि देव की दृष्टि से बचने के लिए हमें उनकी पूजा करते समय उनका सामना नहीं करना चाहिए.
शनि देव और सूर्य: न हो एक साथ पूजा
पुराणों में यह बताया गया है कि शनि देव और सूर्य देव के बीच नहीं बनी, इसलिए शनि देव की पूजा सूर्य देव की उपस्थिति में नहीं की जाती. यह माना जाता है कि शनि देव को सूर्य के सामने पूजा अर्चना करने से उन्हें क्रोध आता है.
शनि देव की पूजा के समय हाथों की स्थिति
जब आप शनि देव के सामने नमन करते हैं, तो ध्यान रखना चाहिए कि हाथ नमस्कार की स्थिति में नहीं हों. शास्त्रों के अनुसार, जब आप शनि देव के सामने सिर झुका रहे हों, तब आपके हाथ पीछे की ओर होने चाहिए.
झूठे वादों से बचें
शनि देव के सामने कभी भी झूठे वादे न करें या किसी भी तरह की मानवता के खिलाफ काम करने की शुभकामनाएं न मांगें.शनि देव का मानना है कि जो उनकी उपस्थिति में गलत काम करता है, उसे वह कभी माफ नहीं करते.
शनि देव की मूर्ति घर में क्यों नहीं रखनी चाहिए?
शास्त्रों में यह भी कहा गया है कि शनि देव की मूर्ति या तस्वीर घर में नहीं रखनी चाहिए.इसके पीछे एक प्रसिद्ध कथा है. कहा जाता है कि शनि देव को शाप मिला था कि जिस पर भी उनकी दृष्टि पड़ेगी, वह नष्ट हो जाएगा.इसलिए शनि देव की मूर्ति घर में रखना मना है.
इस प्रकार, शनि देव की पूजा और उपासना के कुछ विशेष नियम हैं, जिनका पालन करके आप उनकी कृपा प्राप्त कर सकते हैं. जीवन में सुख और समृद्धि ला सकते हैं.
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ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
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