शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए आज शनिश्चरी अमावस्या  पर करें इन चीजों का दान, दूर होंगे ग्रह दोष

Shanichari amavasya 2025: शनिवार को होने के कारण इसे शनिश्चरी अमावस्या के नाम से जाना जाता है. इस दिन कुछ विशेष चीजों के दान से शुभफल मिलता है.

By Shaurya Punj | March 29, 2025 4:10 AM
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Shanichari amavasya 2025: हिंदू धर्म में अमावस्या की तिथि का अत्यधिक महत्व है. यह माना जाता है कि इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने के बाद दान करना बहुत शुभ फल प्रदान करता है. वर्तमान में चैत्र का महीना चल रहा है, और इस महीने की अमावस्या को विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है. इस वर्ष, चैत्र अमावस्या शनिवार को आएगी, जिसे शनि अमावस्या के नाम से जाना जाएगा. मान्यता है कि इस दिन शनिदेव की पूजा करने से शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या के नकारात्मक प्रभावों से मुक्ति मिलती है. आइए जानें कि मार्च में शनि अमावस्या कब है और इस दिन किस प्रकार का दान करना चाहिए.

आज है शनिश्चरी अमावस्या

पंचांग के अनुसार, इस वर्ष चैत्र मास की अमावस्या 28 मार्च की रात 7:55 बजे प्रारंभ होकर 29 मार्च की शाम 4:27 बजे तक जारी रहेगी. इस प्रकार, उदयातिथि के अनुसार, शनि अमावस्या 29 मार्च,आज शनिवार को मनाई जा रही है.

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शनिश्चरी अमावस्या एक विशेष दिन है, जिसे शनि देव को प्रसन्न करने और जीवन में आने वाली कठिनाइयों को दूर करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है. इस दिन दान करने से शनि दोष में कमी आती है और व्यक्ति के जीवन में शांति और समृद्धि का संचार होता है. शास्त्रों के अनुसार, शनिदेव कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं, और यदि कोई व्यक्ति इस दिन सच्चे मन से दान करता है, तो उसे शनिदेव की विशेष कृपा प्राप्त होती है. आइए जानते हैं कि इस पवित्र दिन पर किन वस्तुओं का दान करना फायदेमंद रहेगा.

तिल और तिल का तेल

तिल और तिल का तेल शनिदेव को बहुत प्रिय हैं. शनिश्चरी अमावस्या के अवसर पर तिल का दान करने से शनि दोष में शांति मिलती है. तिल के तेल में काली उड़द दाल मिलाकर किसी जरूरतमंद को दान करने से विशेष लाभ होता है.

काले वस्त्र और कंबल

काले वस्त्र या कंबल का दान शनिदेव की कृपा प्राप्त करने का एक प्रभावी उपाय माना जाता है. इस दान से शनि की साढ़े साती और ढैया का प्रभाव कम हो जाता है.

लोहे से बनी वस्तुएं

लोहे के बर्तन, तवा, छाता, कड़ाही आदि का दान करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं. इस प्रकार के दान से व्यक्ति को नौकरी, व्यापार और धन से संबंधित समस्याओं से मुक्ति मिलती है.

उड़द दाल (काली दाल)

शनिश्चरी अमावस्या के दिन काली उड़द दाल का दान करने से शनि देव का आशीर्वाद प्राप्त होता है. यह दान विशेष रूप से उन व्यक्तियों के लिए लाभकारी है जिनकी कुंडली में शनि दोष विद्यमान है.

जूते-चप्पल

जरूरतमंदों को जूते-चप्पल दान करने से व्यक्ति के जीवन में स्थिरता स्थापित होती है और शनि की नकारात्मक प्रभाव समाप्त होती है.

काले तिल और गुड़

काले तिल और गुड़ का दान करने से जीवन में सकारात्मकता का संचार होता है और सभी प्रकार के पापों से मुक्ति मिलती है.

अनाज और भोजन

गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन और अनाज दान करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं, जिससे जीवन में सुख और समृद्धि का आगमन होता है.

काली गाय को चारा खिलाना

काली गाय को चारा या गुड़ देने से शनि की नकारात्मक दृष्टि समाप्त होती है, जिससे व्यक्ति के सभी अटके हुए कार्य सफल होने लगते हैं. शनिश्चरी अमावस्या के दिन यदि सच्चे मन से दान किया जाए, तो जीवन में सकारात्मक परिणाम मिलते हैं और शनि देव की कृपा बनी रहती है.

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