भारत-पाक तनाव के बीच सिद्धिविनायक मंदिर की सख्ती, अब नहीं चढ़ सकेंगे नारियल और माला, जानें वजह
India Pakistan Tention, Siddhivinayak Temple:मुंबई में स्थित भगवान श्री गणेश जी को समर्पित प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर के प्रबंधन ने शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण घोषणा की. समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, मंदिर प्रशासन ने सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखते हुए 11 मई 2025 से नारियल, माला और प्रसाद चढ़ाने पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसका मुख्य उद्देश्य सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाना है.
By Shaurya Punj | May 10, 2025 11:27 AM
India Pakistan Tention, Siddhivinayak Temple: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और संभावित आतंकवादी हमलों को ध्यान में रखते हुए, मुंबई के प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर में नारियल, फूलों के हार और बाहर से लाए गए प्रसाद पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. मंदिर प्रशासन ने बताया कि इस निर्णय की औपचारिक घोषणा रविवार को की जाएगी और उसी दिन से इसे लागू किया जाएगा. मुंबई पुलिस की सलाह के आधार पर मंदिर प्रशासन ने यह निर्णय लिया है.सिद्धिविनायक मंदिर के प्रशासन ने शुक्रवार को एक आदेश जारी किया है जिसमें कहा गया है कि मंदिर में नारियल और फूलों की माला का प्रसाद नहीं चढ़ाया जाएगा.
आतंकियों की हिट लिस्ट में शामिल है ये मंदिर
मुंबई के प्रभादेवी क्षेत्र में स्थित सिद्धिविनायक मंदिर में भगवान गणेश की पूजा की जाती है. यह मंदिर मुंबई के प्रमुख स्थलों में से एक है. प्रतिदिन हजारों भक्त यहां आकर भगवान के समक्ष श्रद्धा अर्पित करते हैं. भारी भीड़ के कारण यह मंदिर कई बार आतंकवादियों के निशाने पर रहा है.
मंदिर के ट्रस्टी भास्कर शेट्टी ने कहा कि पुलिस ने हमें सुरक्षा के मद्देनजर नारियल और अन्य प्रसाद पर प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए हैं. श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष सदा स्वर्णकार ने बताया कि मंदिर में प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु आते हैं और यह आतंकवादियों की ‘हिट लिस्ट’ में शामिल है. हाल ही में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने ट्रस्ट के साथ एक बैठक की.
उन्होंने कहा, “सरकार और पुलिस ने हमें कई सुझाव दिए हैं. सुरक्षा उपायों के संदर्भ में उन्होंने बताया कि भगवान गणेश को चढ़ाए जाने वाले नारियल सुरक्षा जांच के दौरान पहचान में नहीं आते, जिससे खतरा उत्पन्न हो सकता है. प्रसाद में विष हो सकता है. इससे बचने के लिए हम कुछ समय तक भगवान को माला और नारियल चढ़ाने की अनुमति नहीं देंगे.” स्वर्णकार ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच की शत्रुता को ध्यान में रखते हुए यह उपाय अस्थायी है. उन्होंने बताया कि ट्रस्ट ने मंदिर के बाहर फूल विक्रेताओं से बातचीत की, जिन्होंने 11 मई से यह पहल शुरू करने का अनुरोध किया ताकि वे अपने मौजूदा स्टॉक को समाप्त कर सकें.